लखीमपुर में पुलिस पर लगे गंभीर आरोप: मानवता को झकझोर देने वाला मामला आया सामने, पीड़ित ने सुनाई आपबीती

लखीमपुर खीरी। जिले के फूलबेहड़ थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। आरोप है कि एक पीड़ित व्यक्ति द्वारा अपनी गर्भवती पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के प्रयास पर न केवल थाने से उसे भगा दिया गया, बल्कि जब उसने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, तो थाने बुलाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।

पीड़ित की आपबीती –

ग्राम खैरीपुरवा निवासी सन्दीप पुत्र ओमप्रकाश ने पुलिस अधीक्षक को प्रेषित एक प्रार्थना पत्र में बताया कि उसकी पत्नी दिनांक 9 अप्रैल 2025 की रात को अपने ससुराल से चोरी-छिपे मायके चली गई थी। काफी तलाश के बाद जब कोई सुराग नहीं मिला, तो सन्दीप ने फूलबेहड़ थाना जाकर गुमशुदगी दर्ज करने का अनुरोध किया। लेकिन थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया।

एसपी से की शिकायत, तो बना प्रताड़ना का शिकार –

सन्दीप ने न्याय की आस में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा को एक प्रार्थना पत्र भेजा, जिस पर संज्ञान लेते हुए एसपी ने फूलबेहड़ पुलिस को गुमशुदगी दर्ज करने का आदेश दिया। इससे थाने के प्रभारी निरीक्षक इतने नाराज़ हुए कि उन्होंने सन्दीप को फोन कर थाने बुलाया। सन्दीप के अनुसार, थाने पहुंचते ही पुलिसकर्मियों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर पैरों पर डंडों से वार किए गए, नाखून तक कूच दिए गए और जातिसूचक गालियां दी गईं।

आतंकित है पीड़ित, इंसाफ की गुहार –

सन्दीप का कहना है कि वह अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है और किसी भी क्षति की आशंका से भयभीत है। उसने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

सवाल उठते हैं…

  • क्या एक आम नागरिक की फरियाद करना अब गुनाह बन चुका है?
  • अगर एक पीड़ित को थाने में ही इस तरह प्रताड़ित किया जाएगा तो वह न्याय की उम्मीद किससे करेगा?
  • क्या उच्च अधिकारियों की छवि धूमिल करने वाले ऐसे पुलिसकर्मी पर कठोर कार्रवाई होगी?

यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की पीड़ा नहीं, बल्कि सिस्टम की संवेदनहीनता का एक भयावह उदाहरण है। अगर समय रहते इस पर कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो यह पुलिस व्यवस्था में जनता का भरोसा पूरी तरह से खत्म कर सकता है।

एसपी खीरी से संपर्क नहीं हो सका, पीआरओ ने जानकारी से किया इनकार –

मामले से संबंधित जानकारी के लिए एसपी खीरी के सीयूजी नंबर पर फोन किया गया, लेकिन पूर्व की तरह इस बार भी एसपी संकल्प शर्मा ने कॉल रिसीव नहीं किया। हालांकि, एसपी आर ओ ने फोन उठाया और बताया कि संभवतः नंबर सेव न होने के कारण एसपी द्वारा फोन नहीं उठाया गया होगा। वहीं, मामले को लेकर जब पीआरओ से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और इस विषय में मीडिया सेल से संपर्क करने को कहा।

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