
जंगशेर राणा, चंडीगढ़ : विदेश भेजने का झांसा देकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ एंटी इमीग्रेशन फ्रॉड यूनिट को बड़ी सफलता मिली है। यूनिट ने इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले एक आरोपी को पहले ही दबोचा जा चुका था। अब तक कुल तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और उनसे कुल 3 लाख रुपए की रकम भी रिकवर की गई है।
यूनिट के इंचार्ज तेजिंदर पाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की शुरुआत सेक्टर-7 निवासी एक व्यक्ति की शिकायत से हुई थी। शिकायत में कहा गया था कि 12 लोगों को विदेश भेजने के नाम पर 2 करोड़ 22 लाख 70 हजार रुपए की ठगी की गई है। जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने सबसे पहले इस गिरोह के मुख्य सरगना पार्थ जानी को गुजरात से गिरफ्तार किया।
पार्थ जानी से पूछताछ के दौरान उसके दो अन्य साथियों के नाम सामने आए — अंशुमन नेगी और रायदान माली। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए अंशुमन नेगी को उत्तराखंड और रायदान माली को गुजरात से गिरफ्तार किया। दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
तेजिंदर पाल सिंह ने बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ की गई, जिसमें 3 लाख रुपए की नगद राशि बरामद की गई है। इसके अलावा कुछ रकम आरोपियों के बैंक खातों में भी है, जिन्हें सील कर लिया गया है और कोर्ट की अनुमति से आगे की रिकवरी की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि गिरोह ने अब तक करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच जारी है। पुलिस का मानना है कि इस रैकेट से और भी लोग जुड़े हो सकते हैं।