सीतापुर: नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह का पर्दाफाश, 11 अभियुक्तों को पुलिस ने दबोचा

सीतापुर । नौकरी का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने बताया कि थाना सिधौली की पुलिस टीम ने 11 अभियुक्तों को पकड़ा है।

जिसमें गुलाम जिलानी पुत्र समशाद अली निवासी ग्राम लालपुर थाना सहादुल्ला नगर जनपद बलरामपुर, राहुल पाल पुत्र राममगन निवासी करमैहिया थाना सोनहा जनपद बस्ती, संत कुमार पुत्र लालजीत निवासी उपेधीपुर बुजूर्ग थाना डमरियागंज जनपद सिद्धार्थनगर को बिसवां मिश्रिख रोड, चिंताहरण मंदिर के पास से तथा राहुल राठौर उर्फ राहुल पुत्र राजाराम निवासी रेवटा थाना गौर जनपद बस्ती, शाहरूख पुत्र शब्बार निवासी राजापुर थाना नबाबगंज जनपद बहराइच, कन्हैया यादव पुत्र बहरैची यादव निवासी गौहनियाराज थाना डुमरियागंज जनपद सिद्धार्थनगर, जितेन्द्र सिंह पुत्र विष्णु पाल सिंह निवासी द्वावरी थाना गजनैर जिला कानपुर देहात, कृष्णा पुत्र विक्रम निवासी बंगरा थाना चिकासी जनपद हमीरपुर, अंकित पुत्र रामअवतार निवासी निन्नाया थाना गजनेर जनपद कानपुर देहात, सर्वेश पुत्र नरेश निवासी गुहवाण्ड थाना चिकासी जनपद हमीरपुर तथा बब्लू पुत्र लेखराम निवासी पटना थाना बिसवां जनपद सीतापुर को अलदादपुर तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों के पास से अभियुक्तगण के पास से 03 मोटरसाईकिल व नगदी कुल 2,320 रूपये बरामद हुए हैं।

रायल हेल्थ इण्डिया कम्पनी में जुड़ने के नाम पर करते थे ठगी –

अभियुक्तगण ने पूछताछ में बताया कि हम लोग रायल हेल्थ इण्डिया कम्पनी में काम करते है, कम्पनी के नाम पर लोगो से एक के नीचे एक जुड़ने के नाम पर नये-नये लोगो को अपने साथ मिलाकर एक व्यक्ति से 20 से 25 हजार रुपये नकद या ऑनलाइन लेकर नौकरी का झांसा देकर ट्रेनिंग देने के नाम पर पैसा लेकर आपस में बांट लेते है। मेरे साथियो के पास जो गाडिया है उन्ही गाडियो को हम सभी लोग बदल बदल कर नये नये लडको को लाते ले जाते थे हम लोग पकडे न जायें इसलिए गाडियो के नम्बर प्लेट व चेचिस नम्बर को बदल बदल कर रखते थे। जब कोई लड़का हमारी जालसाजी के बारे मे जान जाता था तो उसे एक कमरे मे बन्द कर देते थे या तो बहुत होने पर पैसे वापस कर देते थे। ऐसे ही हम लोगो का काम चलता रहता है, जो पैसा मिलता है, हम सभी लोग आपस मे बांट लेते है।

बिहार का रहने वाला है मास्टर माइंड –

हमारी कम्पनी के मुख्य मालिक अमरेन्द्र सिंह, जो बिहार के रहने वाले है, जिनके कहने पर ही हम लोग यह काम करते थे। हम लोग आपस में अपना-अपना काम, जैसे नये लड़को को फंसाना/झांसे में लेना, गाड़ी से लेने जाना, खाने की व्यवस्था करना, ट्रेनिग देना, माइंड वॉश करना आदि हम सबके अलग-अलग काम हैं।

बरामद गाड़ी व पैसे के बारे में पूछा गया तो उक्त लोगो ने बताया कि कम्पनी मे जाल साजी से पैसे कमाकर हम लोगों ने गाड़िया खरीदी और पैसा खाते में है कुछ नगद जो है ये सब वहीं लड़को से गुमराह करके कमाया हुआ पैसा है जो खर्च के बाद बचा है, जिसे आप लोगो ने बरामद किया है।

इसी क्रम में विस्तृत जांच करने पर यह भी प्रकाश में आया है कि इस गिरोह के द्वारा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र व अन्य सरकारी दस्तावेज भी बनाकर लोगों को दिए जा रहे थें , इस मामले की विस्तृत जांच प्रचलित है आगे जो तथ्य प्रकाश में आयेंगे उनके आधार पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

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