
- 1500 क्षमता के आडिटोरियम निर्माण हेतु प्रस्ताव मांगने पर साहित्यकारो व कला प्रेमियो में खुशी
- मंत्री प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले ने आडिटोरियम के महत्वा को समझते हुए जिला प्रशासन से मांगा प्रस्ताव
- संगीत कला प्रेमियो, साहित्यकारो, कजली गायको के काफी दिनो से आडिटोरियम बनाने हेतु की जा रही थी मांग : मंत्री प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले की सराहनीय पहल
- इंजीनियरिंग कालेज के कार्य प्रगति के निरीक्षण के दौरान आडिटोरियम एवं पालीटेक्निक
में मीटिंग हाल बनाने हेतु अधिकारियों से मांगा प्रस्ताव - जून तक प्रत्येक दशा में पूर्ण करे ब्वायज हास्टल, जुलाई में शिफ्ट हो सके हास्टल में छात्र : आशीष पटेल
मीरजापुर। जनपद के कला प्रेमियों और साहित्यकारों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश के मंत्री प्राविधिक शिक्षा एवं उपभोक्ता मामले, आशीष पटेल ने जिले में 1500 क्षमता के आडिटोरियम के निर्माण हेतु जमीन चिन्हित कर जिला प्रशासन से प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस पहल पर जनपद के साहित्यकारों, कला प्रेमियों और कजली गायकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
काफी लंबे समय से जनपद में आडिटोरियम की मांग की जा रही थी, जिसे अब मंत्री पटेल ने समझा और उस दिशा में कदम बढ़ाया। प्राधान मंत्री ने अपने दौरे के दौरान राजकीय इंजीनियरिंग कालेज और पॉलिटेक्निक बथुआ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने धीमी कार्य प्रगति और मजदूरों की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया, साथ ही ब्वायज हास्टल के निर्माण को आगामी जून 2025 तक पूरा करने का आदेश दिया ताकि जुलाई 2025 में छात्रों को शिफ्ट किया जा सके।

मंत्री ने पॉलिटेक्निक कालेज में एक बड़ा मीटिंग हाल बनाने का भी प्रस्ताव मांगा। आडिटोरियम का निर्माण जनपद के साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बताया गया। कई कजली गायकों और साहित्यकारों ने इस पहल की सराहना की है और कहा है कि प्रेक्षागृह की स्थापना से उनके कला का प्रदर्शन करने में सरलता होगी।
साहित्यकार सलिल पाण्डेय ने कहा, “मीरजापुर मंडल में प्रेक्षागृह नहीं होने से काफी असुविधा होती थी। आडिटोरियम के निर्माण से हमारी सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में मदद मिलेगी।” वहीं, पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव ने भी इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि यह कजली प्रशिक्षण और कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सहायक होगा।
लोक गायक शिवलाल गुप्ता, राम नरायन यादव, खोखाराम मिर्जापुरी आदि ने भी मंत्री जी की इस पहल की सराहना की और इसे सकारात्मक कदम बताया।