
बिजनौर । सदर कोतवाली क्षेत्र में ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या करने वाली युवती रुखसार के मामले में पुलिस ने कार्रवाई का दायरा बढ़ा दिया है। इस संवेदनशील और सनसनीखेज मामले में दो महिला आरोपी अब भी फरार चल रही थीं, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने कानूनी शिकंजा कस दिया है। पुलिस टीम ने आरोपित महिलाओं शकीला उर्फ कंठो और नगमा उर्फ नग्गो के घरों पर नोटिस चस्पा किए और गांव में ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी कराई।
घटना 15 फरवरी 2025 की है, जब कोतवाली क्षेत्र के गांव झलरा निवासी वरीस की बेटी रुखसार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को उसके पास से लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला था। उस सुसाइड नोट ने इस आत्महत्या के पीछे की कहानी उजागर कर दी।
जिला प्रभारी संजय जैन के अनुसार सुसाइड नोट में रुखसार ने खुलासा किया था कि उसका प्रेमी शमून चोरी-छिपे उसकी आपत्तिजनक वीडियो बना चुका था। इसके बाद वह उसे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लगातार ब्लैकमेल करता रहा। मानसिक दबाव और सामाजिक भय के चलते रुखसार ने यह खौफनाक कदम उठाया। नोट में रुखसार ने शमून, उसके भाई हुसैन, महिला आरोपी शकीला, मुनिजा और मुनिजा की बेटी नगमा को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले में तीन आरोपी पहले ही कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुके हैं और जेल भेजे जा चुके हैं।
वहीं, फरार चल रही आरोपी शकीला और नगमा को पकड़ने के लिए पुलिस ने अब कानूनी प्रक्रिया तेज कर दी है। पैदा चौकी पुलिस ने गांव में ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी कराई, जिसमें लोगों को सूचित किया गया कि आरोपी महिलाएं शीघ्र न्यायालय में पेश हों, अन्यथा उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि यदि आरोपित तय समय के भीतर कोर्ट में पेश नहीं होतीं, तो उनकी संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। इस कार्रवाई से गांव में खलबली मच गई है और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अब मृतका को जल्द इंसाफ मिलेगा।