AI से 40% नौकरियां हो सकती हैं प्रभावित, लेकिन ये स्किल्स रखेंगे आपको सुरक्षित!

संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में यह बताया है कि 2033 तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का वैश्विक बाजार 4.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। हालांकि, इसके साथ ही AI के विकास के कारण करीब 40 प्रतिशत नौकरियों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। जैसे-जैसे AI का विकास हो रहा है, कई नौकरियां ऑटोमेशन के तहत आ रही हैं, लेकिन फिर भी कुछ ऐसे पेशे हैं जिन्हें AI पूरी तरह से रिप्लेस नहीं कर सकता। आइए जानते हैं ऐसे 10 पेशों के बारे में जिन्हें AI नहीं बदल सकता:

  1. डॉक्टर और सर्जन
    AI चिकित्सा निदान में मदद कर सकता है, लेकिन मरीजों की देखभाल, इमोशनल सपोर्ट और जटिल सर्जिकल निर्णय लेने में इंसान की भूमिका अहम रहेगी।
  2. क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट / काउंसलर
    AI इंसानी भावनाओं को पूरी तरह से नहीं समझ सकता। मानसिक स्वास्थ्य के मामलों में सहानुभूति और गहरी समझ की आवश्यकता होती है, जो केवल इंसान ही प्रदान कर सकता है।
  3. शिक्षक
    AI किताबों को पढ़ाने में सक्षम हो सकता है, लेकिन बच्चों को नैतिकता, आत्मविश्वास, सामाजिक व्यवहार और प्रेरणा देने का कार्य शिक्षक ही कर सकते हैं।
  4. जज और वकील
    न्याय का निर्णय सिर्फ कानून से नहीं होता, इसमें विवेक, अनुभव और नैतिकता की आवश्यकता होती है, जो AI के पास नहीं हो सकती।
  5. क्रिएटिव आर्टिस्ट
    AI आर्ट बना सकता है, लेकिन उसमें इंसानी भावनाओं और गहरी रचनात्मकता की कमी होती है, जो सिर्फ मानव ही उत्पन्न कर सकता है।
  6. सोशल वर्कर / NGO प्रोफेशनल्स
    समाज के सबसे संवेदनशील वर्गों के साथ काम करने के लिए इंसान की समझ, सहानुभूति और दया की आवश्यकता होती है, जो AI नहीं दे सकता।
  7. रिसर्च साइंटिस्ट
    AI डेटा का विश्लेषण कर सकता है, लेकिन नई सोच, आइडिया और इनोवेशन की शुरुआत इंसान ही करता है।
  8. मीडिया और पत्रकारिता
    AI खबरें दे सकता है, लेकिन ग्राउंड रिपोर्टिंग, इन्वेस्टिगेशन और मानवीय कहानियों को खोजने का हुनर केवल इंसानों का होता है।

इन पेशों में इंसान की गहरी समझ, भावनाओं की संवेदनशीलता, और रचनात्मकता की आवश्यकता होती है, जो AI के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं।

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