
गर्मी के मौसम में शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि पसीने के जरिए शरीर से पानी की कमी हो जाती है। यह न केवल शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए जरूरी है, बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए भी। अक्सर लोग गर्मियों में पर्याप्त पानी नहीं पीते, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। तो, चलिए जानते हैं कि गर्मियों में हमें कितना पानी पीना चाहिए और पानी कम पीने से स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है।
गर्मियों में कितना पानी पीना चाहिए?
गर्मियों में वयस्कों को दिनभर में लगभग 8-10 गिलास पानी (2-3 लीटर) पीने की सलाह दी जाती है। यह मात्रा व्यक्ति की शारीरिक गतिविधि, जलवायु और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है। अगर आप शारीरिक रूप से ज्यादा सक्रिय हैं, जैसे जिम जाते हैं या कोई मेहनत वाला काम करते हैं, तो आपको ज्यादा पानी की आवश्यकता होगी। गर्म वातावरण में रहने वालों को भी अधिक पानी पीने की आवश्यकता होती है।
कम पानी पीने से होने वाली समस्याएं
- डिहाइड्रेशन (Dehydration)
पानी की कमी से शरीर में थकान, सिरदर्द, चक्कर आना, और मुंह का सूखना जैसी समस्याएं होती हैं। कभी-कभी डिहाइड्रेशन के कारण बेहोशी भी हो सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए गर्मी के मौसम में पानी पीने की आदत डालना जरूरी है। - पाचन समस्याएं
पानी पाचन प्रक्रिया को सही बनाए रखने में मदद करता है। कम पानी पीने से कब्ज, पेट में गैस, ब्लोटिंग (फूलापन) और अपच जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। - किडनी पर प्रभाव
पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, खासकर किडनी के माध्यम से। कम पानी पीने से किडनी पर दबाव बढ़ता है, जिससे किडनी स्टोन या यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।