ओला और उबर से कैसे अलग होगी सहकारी टैक्सी? अमित शाह ने बताया पूरा प्लान
Dainik Bhaskar
सरकार जल्द ही सहकारी टैक्सी सेवा शुरू करने जा रही है, जिसमें बाइक, ऑटो, टैक्सी और चार पहिया वाहन शामिल होंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में घोषणा करते हुए कहा कि इस सेवा का पूरा लाभ सीधे ड्राइवरों को मिलेगा, जिससे बड़े उद्योगपतियों के बजाय असली मेहनतकश लोग आर्थिक रूप से मजबूत होंगे.
ओला और उबर जैसी निजी टैक्सी सेवाएं ड्राइवरों से 30%-40% तक कमीशन वसूलती है, जिससे उनकी वास्तविक कमाई काफी कम हो जाती है. सहकारी मॉडल पर आधारित इस नई सेवा में ऐसा नहीं होगा, बल्कि इसका पूरा मुनाफा टैक्सी चालकों को मिलेगा. सरकार इस योजना को जल्द ही लागू करने की दिशा में काम कर रही है.
सहकारी मॉडल पर आधारित ओला-उबर जैसी टैक्सी सेवा जल्द होगी शुरू: केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह
इस योजना से होने वाला मुनाफा बड़े उद्योगपतियों के पास नहीं जाएगा, बल्कि सीधा टैक्सी ड्राइवरों को लाभ मिलेगा।
टैक्सी सेवा के अलावा, सरकार एक सहकारी बीमा कंपनी भी शुरू करने जा रही है. अमित शाह ने बताया कि यह कंपनी निजी बीमा कंपनियों के मुकाबले ज्यादा प्रभावी होगी और कम समय में सबसे बड़ी बीमा प्रदाता बनने की क्षमता रखती है. इस योजना का उद्देश्य सहकारी मॉडल को मजबूत बनाना है, जिससे लाखों लोगों को फायदा हो.
गरीबों की आर्थिक उन्नति
अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की 10 साल की उपलब्धियां भी गिनाईं. उन्होंने बताया कि इस कार्यकाल में करोड़ों गरीबों को घर, शौचालय, गैस कनेक्शन, मुफ्त अनाज और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं दी गईं. इसके अलावा, 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने का दावा किया गया.
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता भारत
गृहमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ रोजगार देना नहीं, बल्कि लोगों को स्वरोजगार और उद्यमिता से जोड़ना भी है. बिना पूंजी वाले लोगों के लिए सहकारिता एक सशक्त माध्यम बन सकता है, जिससे वे सम्मानजनक जीवन जी सकें. सहकारी टैक्सी सेवा और बीमा कंपनी इसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की पहल है, जिससे देश का आर्थिक विकास भी सुनिश्चित होगा.