
बिल्हौर, कानपुर। गांव से तकरीबन दो किमी दूर सुनसान खेत पर शाम के धुंधलके में कृषि कार्य करते वृद्ध किसान की फावड़े से बेरहमीपूर्वक हत्या कर दी गई। साथ मौजूद बेटा चंद कदमों के फासले पर था, लेकिन शातिर नकाबपोश हत्यारे को पहचानने में नाकाम हो गया। घटना के बाद शातिर हत्यारा पास के जंगल से फरार हो गया। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी।
अरौल थाना क्षेत्र के बावनझाला निवासी विशेश्वर दयाल यादव (65) पेशे से किसान थे। मंगलवार को वह बेटे अभय के साथ मक्का की फसल में सिंचाई के लिए खेत पर पहुंचे। देर शाम तक सिंचाई पूरी होने के उपरांत वह ट्यूबवेल बंद करने चले गए। इस दौरान पीछे से किसी शातिर अज्ञात ने फावड़े से किसान पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया।
सिर, चेहरे और गले पर गंभीर चोटें आने से किसान की मौके पर मौत हो गई। इस दौरान बेटा लगभग 50 मीटर दूर खेत पर था। जब वह लौटा तो पिता को लहूलुहान पड़ा देख भौचक्का हो गया। उसने बताया कि हमलावर ने चेहरे को कपड़े से छिपा रखा था, इसके चलते पहचान में नहीं आया। वारदात के बाद हत्यारोपी खेतों से लगे जंगल की तरफ भाग निकला। बेटे की सूचना पर रोते–बिलखते परिजन और भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
इस बीच मामले की जानकारी पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। बेटे की निशानदेही के आधार पर पुलिस ने हत्यारोपी को पकड़ने के लिए जंगल की घेराबंदी की, हालांकि तब तक हत्यारोपी फरार हो गया। फोरेंसिक ने मौके की जांच कर साक्ष्य जुटाए। इसके बाद पुलिस ने विधिक कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
देर रात तक बेटे के बताए स्थानों पर कांबिंग कर हत्यारोपित की तलाश में पुलिस जुटी रही। वहीं, हत्या का कारण स्पष्ट न होने के चलते ग्रामीणों में तरह–तरह की चर्चा बनी है। कुछ लोगों का कहना है कि रंजिश में चलते हत्या को अंजाम दिया गया, तो कुछ इसमें किसी करीबी का हाथ मान रहे हैं। पुलिस परिजनों से जानकारी हासिल कर कई बिंदुओं पर छानबीन कर हत्यारे तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। थानेदार जनार्दन सिंह यादव ने बताया कि सुरक्षा के लिए चौकसी बढ़ाई गई है, छानबीन जारी है, शीघ्र ही आरोपित को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।