Indore News: अमेरिका में मोहित का संवर जाएगा भविष्य…पेटलावद के लावारिस बच्चे की प्रेरणादायक कहानी

छह महीने पहले पेटलावद, झाबुआ के सरकारी अस्पताल में लावारिस हालत में मिले नाबालिग मोहित (परिवर्तित नाम) को अब एक नया परिवार मिल गया है। इस बच्चें ने न केवल अपने जन्मदिन को नए माता-पिता के साथ मनाने का अवसर पाया है, बल्कि उसे एक सुरक्षित और उज्जवल भविष्य की उम्मीद भी मिली है। पासपोर्ट की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद यह परिवार अमेरिका रवाना होगा, जहां बच्चे को माता-पिता का प्यार और देखभाल मिलेगी।

जन्मजात स्वास्थ्य समस्या बनी परित्याग का कारण

मोहित एक जन्मजात स्वास्थ्य समस्या के साथ पैदा हुआ था, जिसमें उसे क्लेफ्ट पैलेट (कटे तालू) और क्लेफ्ट लिप (कटे होंठ) जैसी समस्याएं थीं। इसके कारण ही उसके जैविक माता-पिता ने उसे पेटलावद के सरकारी अस्पताल में छोड़ दिया। बाल कल्याण समिति ने उसके बाद उसे इंदौर की संजीवनी सेवा संगम संस्था के पास भेजा, जहां उसका इलाज किया गया और उसे हर संभव सहायता दी गई।

संस्था के प्रयासों से नया जीवन

संस्था ने मोहित का न केवल इलाज करवाया, बल्कि उसकी परवरिश भी की। बच्चे को स्वस्थ और आत्मनिर्भर बनाने के लिए संस्था के कर्मचारियों ने उसकी देखभाल की, और उसके मानसिक और शारीरिक विकास का पूरा ध्यान रखा। लंबे समय तक जैविक माता-पिता की तलाश करने के बाद, संस्था ने उसे एक नए परिवार के पास भेजने का निर्णय लिया।

अब अमेरिका में मिलेगा प्यार और सुरक्षित भविष्य

संस्था के निरंतर प्रयासों से अब मोहित एक अमेरिकी दंपति के परिवार का हिस्सा बनने जा रहा है। बुधवार को यह बच्चा अपने नए माता-पिता के साथ अमेरिका रवाना होगा, जहां उसे न केवल प्यार मिलेगा, बल्कि उसके जीवन में बेहतरीन अवसर और सुरक्षा भी होगी।

यह कहानी समाज में परित्यक्त बच्चों के पुनर्वास की एक प्रेरणादायक मिसाल है। यह साबित करती है कि यदि बच्चों को सही देखभाल और अवसर मिले, तो वे अपनी पूरी क्षमता का विकास कर सकते हैं और एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई