
लखनऊ। फैजुल्लागंज में 44 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 8 किलोमीटर लंबे नाले के निर्माण में घटिया कार्य की शिकायत के बाद अब मामले की जांच तकनीकी सलाहकार समिति (TAC) करेगी। यह कदम नगर विकास मंत्री की ओर से शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए उठाया गया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है।
इस मामले में स्थानीय विधायक नीरज बोरा ने पहले ही मंत्री से इस घटिया काम की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। उनका कहना था कि नाले के निर्माण में हो रहे अनियमितताओं के कारण स्थानीय निवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया था कि इस मामले में निष्पक्ष और प्रभावी जांच की जाए ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
जांच के आदेश जारी करने के बाद, अब तकनीकी सलाहकार समिति (TAC) मामले की गहनता से जांच करेगी। इस संबंध में नगर विकास मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कुल मिलाकर, दैनिक भास्कर की इस प्रमुख खबर ने विभागीय अधिकारियों को सक्रिय कर दिया है, और अब देखना यह है कि जांच रिपोर्ट में क्या निष्कर्ष सामने आते हैं और इस मामले में आगे की कार्रवाई कैसे होती है। स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि इस जांच के माध्यम से उन्हें न्याय मिलेगा और भविष्य में ऐसी अनियमितताओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
8 नवंबर 2024 को दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित इस खबर ने न केवल स्थानीय प्रशासन में हलचल मचाई है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मीडिया की भूमिका नागरिक मुद्दों की सच्चाई को सामने लाने में कितनी महत्वपूर्ण होती है।