
झांसी। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी (बीयू) में सोमवार को एलएलबी के छात्रों ने परीक्षा के दौरान कथित दुर्व्यवहार और अनुचित कार्रवाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया।
छात्रों का आरोप है कि एलएलबी विभागाध्यक्ष ने परीक्षा के दौरान जबरन उनकी उत्तर पुस्तिकाएं छीन लीं और धमकाते हुए उन्हें परीक्षा कक्ष से बाहर निकाल दिया। वहीं, विभागाध्यक्ष का कहना है कि जिन छात्रों की फीस जमा नहीं थी, उन्हें परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी गई।
- ये हैं छात्रों के आरोप
एलएलबी फाइनल ईयर के छात्र अंकित ने बताया कि विभागाध्यक्ष बिना पूर्व सूचना दिए परीक्षा के दौरान आकर उनकी कॉपियां छीन लेते हैं। उसने कहा, “हम एससी-एसटी स्कॉलरशिप के आधार पर फीस जमा करते हैं, लेकिन हमें अब तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है, जिससे हम फीस जमा नहीं कर पाए। इसके बावजूद हमें परीक्षा से बाहर कर दिया गया और हमारे साथ दुर्व्यवहार किया गया।”
छात्र दीपेंद्र गौतम ने कहा कि परीक्षा के दौरान उनकी कॉपी छीनकर उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागाध्यक्ष छात्रों को धमका रहे हैं और शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन कर रहे हैं।
- विभागाध्यक्ष का पक्ष
इस मामले में एलएलबी विभागाध्यक्ष प्रशांत मिश्रा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि “छात्रों की पांचवें सेमेस्टर की फीस बाकी थी, जबकि वे छठवें सेमेस्टर की परीक्षा दे रहे थे। उन्होंने बताया कि छात्रों को करीब 25 बार नोटिस देकर फीस जमा करने के लिए कहा गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने फीस नहीं जमा की। इसलिए उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई।”
- मौके पर पहुंची पुलिस

छात्रों के प्रदर्शन की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और छात्रों को समझाने का प्रयास किया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद प्रशासन ने छात्रों को शांत कराया।
फिलहाल, छात्रों ने देर शाम अनिश्चित समय के लिए प्रदर्शन स्थगित कर दिया। वह चले गए लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन्हें कोई स्थाई आश्वासन नहीं मिला है।
सूत्र बताते हैं कि प्रदर्शनकारी छात्र मंगलवार को बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर सकते हैं।











