
मेरठ का सौरभ हत्याकांड केवल एक प्रेम-प्रसंग में हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि इसमें तंत्र-मंत्र और काले जादू की खौफनाक परछाईं भी नजर आ रही है. पुलिस जांच में सामने आया कि साहिल शुक्ला ने अपनी प्रेमिका मुस्कान रस्तोगी को अंधविश्वास और तांत्रिक क्रियाओं की जाल में फंसा रखा था. साहिल के कमरे की दीवारों पर डरावने चित्र, ड्रैगन के चित्र और भगवान शंकर की रहस्यमयी तस्वीरें मिली हैं. आसपास के लोग बताते हैं कि साहिल कई दिनों तक कमरे से बाहर नहीं निकलता था और सिर्फ अपनी पालतू बिल्ली को खाना खिलाने के लिए दरवाजा खोलता था.
तीन मार्च की रात, मुस्कान ने अपने पति सौरभ की हत्या कर दी. साहिल ने उसका सिर धड़ से अलग किया और फिर दोनों उसके कटे सिर को लेकर साहिल के कमरे में पहुंचे. वहां तंत्र-मंत्र की क्रिया पूरी की गई. सुबह होने से पहले दोनों ने सिर को फिर से मुस्कान के घर ले जाकर छुपा दिया. इस निर्मम हत्या का खुलासा तब हुआ, जब मुस्कान की मां ने बेटी के अजीब व्यवहार पर शक कर पुलिस को सूचना दी.
अंधविश्वास के शिकंजे में मुस्कान
मुस्कान के माता-पिता का दावा है कि साहिल ने उनकी बेटी को पूरी तरह वशीकरण और काले जादू में फंसा लिया था. मुस्कान पहले साधारण जीवन जीती थी, लेकिन साहिल के संपर्क में आने के बाद वह नशे और अंधविश्वास के दलदल में धंसती चली गई. यहां तक कि उसने अपनी छह साल की बेटी पीहू को भी खुद से दूर कर दिया. पुलिस जांच में पता चला कि साहिल खुद को किसी गुप्त तांत्रिक शक्ति का मालिक समझता था और उसने मुस्कान को भी इसी मानसिकता में ढाल दिया था.
हत्याकांड का खौफनाक अंजाम
हत्या के बाद सौरभ के शव को चार टुकड़ों में काटकर एक ड्रम में सीमेंट से सील कर दिया गया. मुस्कान ने जब यह बात अपनी मां को बताई, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने उस ड्रम को बरामद किया जिसमें सौरभ के शरीर के टुकड़े भरे हुए थे. इसके बाद साहिल और मुस्कान को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उनका मोबाइल डेटा भी फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि कहीं इस हत्याकांड के पीछे कोई और बड़ी साजिश तो नहीं थी.
साहिल की रहस्यमयी जिंदगी
जांच में यह भी सामने आया कि साहिल अपने कमरे में अकेले अपनी नानी के साथ रहता था. उसके कमरे में बीयर की खाली बोतलें, तंत्र-मंत्र की किताबें और काले जादू से जुड़े अजीबोगरीब चित्र मिले हैं. पड़ोसियों का कहना है कि वह बहुत ही अजीबोगरीब हरकतें करता था और अक्सर रातभर उसके कमरे की लाइट जलती रहती थी. तीन मार्च की रात भी जब उसकी बिल्ली ने जोर-जोर से आवाजें निकालीं, तब आसपास के लोग छत पर चढ़कर देखने लगे थे, लेकिन तब तक यह दर्दनाक वारदात हो चुकी थी.
क्या अंधविश्वास बना एक निर्दोष की मौत का कारण?
यह मामला सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि समाज में फैले अंधविश्वास और काले जादू के दुष्प्रभावों को भी उजागर करता है. क्या मुस्कान पूरी तरह साहिल के वशीकरण में आ चुकी थी? क्या यह हत्या सिर्फ एक तांत्रिक अनुष्ठान का हिस्सा थी? पुलिस इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है. लेकिन इस हत्याकांड ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि क्या अंधविश्वास और काला जादू अब भी समाज में इतनी गहरी जड़ें जमाए हुए हैं कि लोग इसके लिए किसी की जान तक लेने को तैयार हो जाते हैं?