
आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने उनके खिलाफ 571 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले की जांच शुरू कर दी है। यह मामला कथित रूप से जैन के द्वारा अनियमितताएं और भ्रष्टाचार को लेकर उठे सवालों के बाद सामने आया है।
सूत्रों के मुताबिक, एसीबी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। आरोप है कि जैन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अनुचित लाभ प्राप्त किया है और सरकारी धन का गलत इस्तेमाल किया है। जांच के दौरान एसीबी ने जैन के खिलाफ कई दस्तावेजी सबूतों को इकट्ठा किया है, जिससे उनकी संलिप्तता की संभावना बढ़ रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी रहे सत्येंद्र जैन पर यह आरोप कांग्रेस और भाजपा जैसी विपक्षी पार्टियों द्वारा बार-बार लगाए गए थे। विपक्ष का कहना है कि जैन ने अपनी राजनीतिक हैसियत का लाभ उठाकर कई अनियमितताएं कीं। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक साजिश बताया है।
इसके अलावा, सत्येंद्र जैन को पहले भी धनशोधन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब इस नए आरोप के बाद उनकी स्थिति और भी कमजोर हो गई है। दिल्ली सरकार ने हालांकि इस मामले पर कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन ACB की जांच अब पूरे मामले की दिशा तय करेगी।
विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है, और कहा है कि सत्येंद्र जैन की गिरफ़्तारी के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। ACB अब जल्द ही आरोपों की पुष्टि के लिए जांच को आगे बढ़ाएगी और संबंधित अधिकारियों से बयान भी ले सकती है।