
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को रोकने के लिए कल, यानी मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच महत्वपूर्ण बातचीत हो सकती है। इस बातचीत में युद्ध समाप्ति के लिए संभावित समाधान पर चर्चा की जा सकती है।
यूक्रेन में सेना में बदलाव और नई नियुक्तियां
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एंद्री ह्नातोव को यूक्रेनी सशस्त्र बलों का नया चीफ ऑफ जनरल स्टाफ नियुक्त किया है। यह कदम यूक्रेन की सेना को मजबूत बनाने और युद्ध के दबाव का सामना करने के लिए उठाया गया है, खासकर रूस के कुर्स्क क्षेत्र में और दोनेत्स्क में बढ़ते सैन्य दबाव के बीच।
ट्रंप और पुतिन की वार्ता क्यों अहम है?
ट्रंप और पुतिन की वार्ता खास महत्व रखती है, क्योंकि दोनों देशों ने शनिवार रात को एक-दूसरे पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे, जिसमें दोनों देशों ने अपने-अपने क्षेत्रों में 100 से अधिक ड्रोन देखे जाने की सूचना दी थी। यह हमला रूस के साथ अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा के कुछ घंटों बाद हुआ।
यूक्रेन का युद्धविराम प्रस्ताव पर समर्थन
यूक्रेन ने युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन किया है, हालांकि यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इस बात पर संदेह है कि क्या रूस वास्तव में समझौते के लिए प्रतिबद्ध होगा। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी हाल ही में दीर्घकालिक शांति के लिए युद्धविराम की घोषणा की थी, हालांकि उन्होंने रूस पर सेना बढ़ाने का आरोप भी लगाया।
यूक्रेन के नए चीफ ऑफ जनरल स्टाफ की भूमिका
यूक्रेन के नए चीफ ऑफ जनरल स्टाफ, एंद्री ह्नातोव, ने 2024 से इस पद को संभाला है। यह नियुक्ति सेना की युद्ध प्रभावशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है। पुराने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ अनातोली बारहिलेविच अब रक्षा मंत्रालय में जनरल इंस्पेक्टर के रूप में काम करेंगे।
इस बीच, यूक्रेन की सेना में कई अन्य बदलाव भी किए गए हैं, जिससे उसकी युद्ध प्रभावशीलता और अनुशासन को बेहतर बनाने की योजना बनाई गई है।