
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक बड़ी घोषणा की कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों का कुनबा और बढ़ेगा। कूनो के खजूरी पर्यटन जोन में दक्षिण अफ्रीका से आई मादा चीता गामिनी को अपने दो नर और दो मादा शावकों के साथ खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। इससे पर्यटकों को चीतों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का दुर्लभ अवसर मिलेगा, जो निश्चित ही पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि का कारण बनेगा।
वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को नई दिशा
मुख्यमंत्री ने इस कदम को वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए महत्वपूर्ण बताया। कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौजूदगी से न सिर्फ जैव विविधता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटकों को भी इस अद्भुत दृश्य का अनुभव करने का मौका मिलेगा। यह कदम पर्यावरण संरक्षण और मध्य प्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
आने वाली सफारी में मिलेगा चीतों का प्राकृतिक आवास देखने का अवसर
कूनो नेशनल पार्क की सफारी में शामिल होने वाले पर्यटक अब चीतों को उनके प्राकृतिक परिवेश में देख सकेंगे, जो उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा। यह न केवल पर्यटकों के लिए रोमांचक होगा, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगा।
मध्य प्रदेश सरकार वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर लगातार कदम उठा रही है, और कूनो नेशनल पार्क में चीतों का आगमन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।