सीतापुर: प्रतिद्वंदियों के चकनाचूर हुए अरमान, ‘राजेश शुक्ल’ को फिर मिली कमान

  • भाजपा ने पुनः जताया भरोसा, राजेश शुक्ल बनाए गए जिलाध्यक्ष
  • राजेश शुक्ल के खेमे में छाई खुशी की लहर

सीतापुर। 36 प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ करीब दो वर्ष के कार्यकाल को पूर्ण करते हुए भाजपा के वर्तमान जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल को भाजपा ने दूसरी बार जिले की कमान सौंपी है। भाजपा ने उन्हें पुनः जिलाध्यक्ष की बागडोर दी है। वहीं उनके नाम की घोषणा होते ही उनके समर्थकों तथा प्रसंशकों में खुशी की लहर दौड़ गई तो वहीं उनके प्रतिद्वंदियों में मायूसी छा गई।

वार्ड सभासद से अपना राजनैतिक सफर शुरू करने वाले राजेश शुक्ल को वर्ष 2023 में भाजपा की बागडोर दी गई थी। उनका कार्यकाल बेहद ही शानदार रहा। उनके कार्यकाल में कई अभियान आए जिनमें उन्होंने जी तोड़ मेहनत की। जिसको लेकर उनका नाम शुरू से ही जिलाध्यक्ष की रेस में सबसे आगे चल रहा था। यही नहीं वह जिले के चाणक्य कहे जाने वाले चार बार सांसद रहे राजेश वर्मा के भी बेहद करीबी माने जाते रहे है। करीब दो वर्ष के कार्यकाल के बाद उन्हें आज भाजपा का पुनः जिलाध्यक्ष बनाया गया है। उनके नाम की घोषणा भाजपा जिला कार्यालय पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा विधायक रमापति शास्त्री द्वारा की गई।

किसी को कोई आपत्ति तो नहीं –

घोषणा से पूर्व पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा विधायक रमापति शास्त्री ने सभी से कहा कि भाजपा का जिलाध्यक्ष जो भी बने सभी को उसे स्वीकरना होगा और उनके कंधों से कंधा मिलाकर चलना होगा। उन्होंने नाम घोषित करने से पूव सभी से पूछा कि वह जो नाम घोषित करने जा रहे हैं उस पर किसी को कोई आपत्ति तो नहीं। इस पर सभी ने कहा कि किसी को कोई आपत्ति नहीं है। जिसके बाद उन्होंने राजेश शुक्ल के नाम की घोषणा की। राजेश शुक्ल को जिलाध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा होते ही उनके खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। वहीं प्रतिद्वंदियों के खेमे में मायूसी छा गई। आपको बता दें कि जिलाध्यक्ष पद पाने के लिए करीब 36 लोगों ने नामांकन किया था।

भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल का राजनैतिक सफर –

राजेश शुक्ल ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत वर्ष 1995 में से शुरू की। वह 1995 में इस्माइलपुर वार्ड से सभासद चुने गए। इसके बाद इनकी माता जी ने भी इसी वार्ड का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2017 के नगर निकाय चुनाव में इन्होंने सीतापुर नगर पालिका से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था, जिसमें सपा प्रत्याशी से नजदीकी मुकाबले में शिकस्त मिली थी। वर्ष 2019 में यह पार्टी के महामंत्री बनाए गए।

सदस्यता अभियान के प्रभारी के रूप में बेहतर काम किया था –

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में इन्होंने महोली और वर्ष 2023 के नगर निकाय चुनाव में सीतापुर से अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की थी। इन दोनों में चुनाव में टिकट न मिलने पर इन्होंने धैर्य नहीं खोया। यह पूरी निष्ठा से पार्टी प्रत्याशी को जिताने के काम करते रहे। इनको सिधौली नगर निकाय का प्रभारी बनाया गया जहां पहली बार भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली।

सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का लगा तांता –

नाम की घोषणा करीब सात बजे हुई लेकिन राजेश शुक्ल को जिलाध्यक्ष बनाए जाने का तांता चार बजे से ही सोशल मीडिया पर लगने लगा था। लोग लगातार उन्हीं को बधाई दे रहे थे। इसी दौरान क्षेत्रीय महामंत्री के द्वारा भी एक पोस्ट फेसबुक पर चला दी गई लेकिन उसे थोड़ी देर के बाद डिलीट कर दिया गया। हालांकि तब तक सभी लोग जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल को ही बनाए जहाने के बारे में जान चुके थे।

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