
झाँसी। सरकारी योजनाओं के तहत गरीबों को सस्ते दामों पर मिलने वाले राशन के चावल की कालाबाजारी का मामला एक बार फिर सामने आया है। पूंछ पुलिस ने तड़के सुबह एक पिकअप गाड़ी (नंबर यूपी 93 सीटी 2874) को पकड़ा, जिसमें 34 क्विंटल 14 किलोग्राम चावल की बोरियाँ भरी हुई थीं। यह चावल उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश ले जाया जा रहा था, जहाँ इसे ऊँचे दामों पर बेचने की योजना थी।
पूर्ति विभाग ने की कार्रवाई –
जैसे ही पुलिस को इस अवैध चावल तस्करी की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन को रोक लिया। मामले की जानकारी मिलते ही पूर्ति अधिकारी मोठ, आदित्य कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे और आवश्यक जांच-पड़ताल की।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह चावल एरच क्षेत्र से लाया गया था और इसे मध्य प्रदेश में महंगे दामों पर बेचने की योजना थी। बताया जा रहा है कि स्थानीय राशन कोटेदार, जो गरीबों को सस्ते दामों पर चावल उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत हैं, वही इस गोरखधंधे में शामिल हैं। ये लोग उपभोक्ताओं को मिलने वाले चावल को बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे गरीबों को उनके हक का राशन नहीं मिल पा रहा है।
कड़ी कार्रवाई की माँग –
स्थानीय लोगों का कहना है कि राशन की कालाबाजारी करने वाले लोग सरकार की योजनाओं को विफल कर रहे हैं और गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।