
दक्षिणी चीन का मिलिंग गांव, जो कभी एक साधारण ग्रामीण इलाका हुआ करता था, अब एक संपन्न और लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुका है, और इसका श्रेय जाता है डीपसीक कंपनी के संस्थापक लियांग वेनफेंग को। लियांग का जन्म इसी गांव में हुआ था, और उनकी प्रेरक यात्रा ने न केवल स्थानीय लोगों को उत्साहित किया है, बल्कि दूर-दूर से पर्यटकों को भी आकर्षित किया है।
लियांग वेनफेंग, जिनकी शुरुआत एक साधारण शिक्षक परिवार से हुई थी, ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मिलिंग गांव से शुरू की और बाद में झेजियांग विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहां उनकी मेहनत और कड़ी प्रतियोगिता के बाद उन्होंने सफलता हासिल की। इसके बाद, उनकी कंपनी डीपसीक ने जनवरी में एक एआई उत्पाद पेश किया, जिसने अमेरिकी प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर दी। इस सफलता ने लियांग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई, और उनके गृह गांव में उनके पुराने घर को देखने के लिए प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
मिलिंग गांव, जो पहले औद्योगिक विकास से दूर था और जिसमें आय का मुख्य स्रोत मछली तालाबों का पट्टा था, अब पर्यटन के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थल बन चुका है। वसंत महोत्सव के दौरान यहां प्रतिदिन 10,000 से अधिक पर्यटक आते हैं। इस अचानक बढ़ी हुई पर्यटक संख्या के कारण गांव में बुनियादी ढांचे की कमी महसूस होने लगी, जिसके बाद फरवरी के मध्य में एक जीर्णोद्धार परियोजना शुरू की गई। इस परियोजना के तहत गांव के घरों की बाहरी दीवारों का नवीनीकरण किया गया, सड़कों को चौड़ा किया गया, सीवेज सिस्टम स्थापित किया गया, और नए पेड़ लगाए गए।
हालांकि, इस विकास के साथ कुछ स्थानीय लोग चिंतित हैं, जैसे लियांग वेनफेंग के दादा, जो पर्यटकों की भीड़ से परेशान होने के कारण अपने घर का दरवाजा बंद रखने को मजबूर हो गए हैं। कुछ पर्यटकों ने गांव के प्राकृतिक संसाधनों जैसे मिट्टी, पत्थर और पत्तों को भी अपने साथ लिया, जिससे कुछ ग्रामीणों में असंतोष उत्पन्न हुआ।
फिर भी, गांव के निवासियों ने लियांग वेनफेंग के प्रति अपनी हार्दिक आभार व्यक्त किया है, और उनकी सफलता से प्रेरित होकर, अब उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए एक कोष स्थापित किया है। इस बदलाव ने न केवल मिलिंग गांव की तस्वीर बदली है, बल्कि यहां के निवासियों को भी एक नई दिशा और अवसर प्रदान किए हैं।