
सीतापुर। पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या के मामले में सुरक्षा ढांचे में बड़ी कार्रवाई की गई है। सोमवार रात को सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा ने महोली इंस्पेक्टर विनोद मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया, वहीं पडरखा के चौकी इंचार्ज सतीश चंद्र, सिपाही राजकुमार और नरेंद्र मोहन को सस्पेंड किया गया है। यह कदम लापरवाही की वजह से उठाया गया है।
इस घटना ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि संसद में भी हलचल मचाई। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आनंद भदौरिया ने सोमवार को लोकसभा में इस मामले को उठाया, जहां उन्होंने यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। भदौरिया ने यह भी आग्रह किया कि इस हत्या की जांच सीबीआई द्वारा की जानी चाहिए।
सांसद ने दिवंगत पत्रकार के परिवार के लिए आर्थिक सहायता की मांग करते हुए 50 लाख रुपये के मुआवजे और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी की भी मांग की।
गौरतलब है कि राघवेंद्र वाजपेई की हत्या शनिवार को हुई, जब मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर उन्हें गोली मारी। वाजपेई एक प्रमुख हिंदी दैनिक समाचार पत्र के क्षेत्रीय संवाददाता थे, और उनकी हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा और राज्य में कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। इस परिस्थिति ने न केवल मीडिया समुदाय को बल्कि आम जनता को भी चिंता में डाल दिया है।