
सीमांत उत्तरकाशी जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छह मार्च के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है। हर्षिल और मुखवा गांव को विषेश तौर पर सजाने के साथ ही यहां निर्माण कार्यों में भी तेजी आई है। प्रशासन की हर संभव काेशिश है कि कार्यक्रम में कोई कमी न रहे। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह स्वयं कमान संभाले हुए हैं। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति लगातार निगरानी कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह दौरा कई मायनों में विशेष माना जा रहा है। हर्षिल और मुखवा उत्तरकाशी जिले के सबसे सुंदर पर्यटन स्थलों में है। मुखवा गंगोत्री का शीतकालीन वास स्थल है और शीतकाल में गंगा विग्रह के यही दर्शन होते हैं। यहां से हिमालय की चोटियां ऐसे नजर आती हैं, जैसे बिलकुल सामने ही हों। हिमालय की चोटियों को छूकर बहने वाली ठंडी हवाओं में ममता मय स्पर्श का एहसास होता है। हर्षिल की सुंदरता के तो क्या कहने। यहां देवदार के पेड़ों को छूकर बहने वाली हवाओं में एक खूशबू हमेशा मंद-मंद बहती है। सम्मोहित सी करने वाली खूशबू के बीच शांत बहती गंगा का नाद मन को आनंदित करता है। यह तपस्थली के साथ ही पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। हर्षिल और मुखवा में प्रधानमंत्री के आगमन से न सिर्फ शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा मिलेगा बल्कि सीमांत इन गांवों में पर्यटन की संभावनाओं के नए द्वार भी खुलेंगे।
बिजली और पानी की सप्लाई सुचारू रखना चुनौतीः मुखवा और हर्षिल दोनों बर्फीली चोटियों की घाटियों में स्थित है। यहां सहस्त्रताल क्षेत्र भी है। ऐसे में प्रशासन ने हिमस्खलन के संभावित स्थलों को चिह्नित किया है। बर्फबारी से बंद गंगोत्री हाइवे पर यातायात पूरी तरह सुचारू रखने के कार्य किया जा रहा है। मार्गों से बर्फ हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है। इसके लिए उत्तरकाशी से हर्षिल तक सड़क के हर संवेदशील स्थल पर मशीनें तैनात की गई हैं। पेयजल, बिजली, समेत अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रखने की हर संभव कोशिश की जा रही है। असल में अधिक बर्फबारी से पाइपों में पानी बर्फ बन जाता है और ऐसे में पेयजल सप्लाई बाधित हो जाती है। बिजली के तारों पर भी बर्फ जम जाती हे और अधिक वजन से कई बार तार भी टूट जाते हैं। ऐसे में बिजली और पानी की सप्लाई सुचारू रखना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि व्यवस्था को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं और डीएम स्वयं सारी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार व्यवस्थाओं पर निगरानी रखे हुए हैं।
जाड़ जनजाति की पोशाक में सजेंगे प्रधानमंत्रीः उद्योग विभाग ने जाड़ जनजाति बाहुल्य डुंडा स्थित नालंदा स्वयं सहायता समूह को प्रधानमंत्री के लिए पट्टू कपड़े के कोट, पाजामे व पहाड़ी टोपी तैयार करने का आर्डर दिया है। कपड़े सिलने का कार्य तेजी से चल रहा है। विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि एक कोट व टोपी बनकर तैयार हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को ये वस्त्र भेंट स्वरूप दिए जाएंगे।