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लखनऊ । भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) रंगमंडल के कलाकार आगामी 8-9 मार्च को चंडीगढ़ में आठ दिवसीय ‘रंग प्रयोग नाट्य’ समारोह में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के टैगोर थियेटर में 8 मार्च को ‘कर्ण गाथा’ और 9 मार्च को ‘निर्माण से निर्वाण’ तक का मंचन किया जाएगा।
भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ रंगमंडल की प्रमुख निर्मला जे चंद्रा ने बताया कि रंगमंडल का दल 6 मार्च को चंडीगढ़ के लिए रवाना होगा। इस दल में कुल 28 सदस्य हैं, जिनमें 20 कलाकार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 8 मार्च को ‘कर्ण गाथा’ का मंचन होगा, जो गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के कर्ण कुंती संवाद से प्रेरित है। इस नाटक में शिवाजी सावत के मृत्युंजय और रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी के संदर्भों को भी जोड़ा गया है। समसामयिकता को ध्यान में रखते हुए, अज्ञेय की कविताओं का समावेश भी किया गया है। वहीं, 9 मार्च को बिजय मिश्र के नाटक तट निरंजना पर आधारित ‘निर्माण से निर्वाण’ तक का मंचन किया जाएगा।
भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ के निदेशक बिपिन कुमार ने बताया कि रंगमंडल के कलाकार चंडीगढ़ में दो नाटकों के मंचन के बाद 25 मार्च को भुवनेश्वर (उड़ीसा) और 27 मार्च को कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में नाटक का मंचन करेंगे।
उत्तर प्रदेश के संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अपने संदेश में बताया कि भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ रंगमंडल के कलाकार अपनी कला से देशभर में संस्कृति के आदान-प्रदान में योगदान दे रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ये नाटक दर्शकों को गहरी सोच और प्रेरणा प्रदान करेंगे।