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कानपुर देहात। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सिर्फ सरकार से मिलने वाली सहायता राशि और सामान लेने का माध्यम बन गई है। वहीं उपहार और खाने में भी खूब खेल हो रहा है। सिकंदरा में शनिवार को सामूहिक विवाह सामरोह में वधू को दी जाने वाली तोडिय़ा और बिछिया की गुणवत्ता पर महिलाओं ने सवाल उठाए। मिठाई के नाम पर सोनपापड़ी का डिब्बा पकड़ाया गया। जमीन पर बैठकर नव दंपत्ति ने खाना गया। प्रमाण पत्र के लिए फिर से ब्लाक बुलाया गया। इन अव्यवस्थाओं के सवाल पर समाज कल्याण अधिकारी कुछ भी बोलने से बचती नजर आईं। राज्यमंत्री ने सामान की गुणवत्ता पर जांच कराने की बात कही।
सिकंदरा संवाददाता के अनुसार राजपुर स्थित भारतीय विद्यापीठ इंटर कॉलेज में शनिवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। दो नगरीय पंचायतों और पांच ब्लॉक से आए 99 जोड़ों का पंजीकरण हुआ था जिसमें केवल 70 पहुंचे। इनमें एक जोड़ा मुस्लिम था। उसका निकाह संपन्न हुआ। 29 जोड़ नहीं पहुंचे। शादी में अधिकांश जोड़ों ने फेरे लेने और मांग में सिंदूर भरने से इंकार कर दिया। इसकी वजह बताई कि अगले महीने उनकी शादी की तिथि तय है। वहां फेरे लेने पड़ेगें। मांग में सिंदूर भरने से भी इनकार किया। महिलाओं ने चांदी की तोडिय़ा और बिछिया की गुणवत्ता बेहद खराब बताई। कहा कि इसमें चांदी की मात्रा बेहद कम है। मिलावट करके बनाया गया।