उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के पौराणिक माघ मेले का हरिमहाराज एवं कंडार देवता के ढोल की अगुवाई में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रभारी मंत्री उत्तरकाशी धन सिंह, विधायक गंगोत्री गोपाल रावत व यमुनोत्री विधायक केदार सिंह की उपस्थिति में उद्घाटन किया। खराब मौसम के कारण केंद्रीय मंत्री निशंक मेला स्थल पर तय समय से लगभग 2 घंटे देरी से पहुँचे।
जनपद के पौराणिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रसिद्ध माघ मेले (बाड़ाहाट का थौलु) का धार्मिक रीति रिवाज से प्रसिद्ध हरिमहाराज देवता व कंडार देवता के ढोल के साथ केंद्रीय मानव संशाधन मंत्री डॉ. निशंक ने मेला स्थल पर पहुंचकर मेले का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि राज्य के उच्च शिक्षामंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री धन सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष विधायक गंगोत्री गोपाल सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत भी मौजूद रहे। केन्द्रीय मंत्री निशंक ने कहा कि उत्तरकाशी धर्मनगरी है देवताओं की तपस्थली है मेरा यहां से विशेष लगाव रहा है मैं यहाँ जब भी आता हूं तो मुझे यहाँ एक अलौकिक ऊर्जा मिलती है यहाँ के काशी विश्वनाथ का आशीर्वाद और यहाँ के लोगों का सहयोग मुझे सदा मिलता रहा है।
कहा कि पौराणिक माघ मेला हमारा उत्सव हैं देवी देवताओं के सानिध्य में सुख, समृद्धि के लिए यह दिन हमारे लिए हर वर्ष आता हैं। हरिमहाराज, कंडार देवता तथा देवभूमि को देखने के लिए देश ही नहीं अपितु पूरी दूनिया देखने के लिए तरसती हैं। भारत विश्व गुरू है तो उत्तराखंड भारत की माता है, यहीं से मां गंगा व यमुना का उद्गम होता हैं, उत्तराखंड में चारधाम है और यहां का बच्चा-बच्चा वीर है।
सैनिक जहाँ देश की सीमा में है तो वहीं पहाड़ जो कि खुद सीमा में हैं यहां की मात्र शक्ति किसी वीर सैनिक से कम नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को भी उत्तराखंड की देवभूमि से बहुत लगाव है। प्रधानमंत्री ने भी यहाँ की वीरता को उत्तराखंड के धामों में आकर सलाम किया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौसम खराब होने के बावजूद देवों की ताकत उन्हें यहां खींच लाई और यह सौभाग्य है कि माघ के इस पवित्र त्योहार में उनका आगमन हो गया। उन्होंने शिक्षा को लेकर जिले की कुछ समस्याओं को लेकर आश्वासन दिया। वनचोरा के समीप नवोदय विद्यालय की स्थापना की सालों पूर्व की हुई कार्यवाही को लेकर उन्होंने इस पर विचार करने की बात कही। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की बेहतर तरक्की होने की भी बात कही।
प्रभारी मंत्री धन सिंह ने कहा कि जिले के प्रभारी मंत्री होने के नाते जनपद के विकास, शिक्षा के विकास के लिये जो भी बन पड़ेगा उसे वे पूरा करने में सहयोग करेंगे। यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने माघ पर्व को पौराणिक संस्कृति बताया और कहा कि यह मेला एक तरह से हमे विरासत के रूप में मिला है। यह मेला हमारी धरोहर है और ऐसी धरोहरों के लिये हमारी सरकार काफी कार्य कर रही है।
गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने माघ पर्व को पौराणिक, स्थानीय, धार्मिक व संस्कृति का प्रतीक बताया और जनपदवासियों की खुशहाली की कामना की। उन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना से गांव-गांव तक सड़क पहुंचने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को भी याद किया साथ ही कहा कि अटल के सपनों को पूरी तरह से साकार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। विधायक ने इको सेंसिटिव का जिक्र किया और कहा कि प्रदेश व केंद्र में भाजपा सरकार रहते अब इसमे हमे थोड़ा ढील मिली है। उन्होंने जल्द ही बौन में व्यावसायिक शिक्षा को लेकर युवाओं को ट्रेनिंग दिये जाने की बात कही ताकि युवा स्वरोजगार की ओर बढ़े। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने माघ मेले के शुभारंभ पर मुख्य अतिथियों के स्वागत में अभिनंदन पत्र पढ़ा। उन्होंने कहा काशी विश्वनाथ की नगरी में आयोजित मेले को लेकर मुख्य अतिथियों के समक्ष शिक्षा को लेकर अपनी बात रखी।
वहीं माघ मेले के उद्घाटन के बाद जिला पंचायत की ओर से मुख्य व विशिष्ट लोगों को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट किये गए। इस दौरान मुख्य अतिथि डॉ. निशंक द्वारा जिला पंचायत की ओर से शहीद सैनिकों के आश्रितों को भी स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मान दिया गया।
उद्घाटन समारोह में जिपंउ कविता परमार, जिपंस प्रदीप भट्ट, चंदन पंवार, मनोज मिनान, कुलदीप कैंतुरा, मनीष राणा समेत अन्य जिपंस के अलावा नपाअ रमेश सेमवाल, रमेश चौहान, नत्थी लाल शाह, किशोर भट्ट, बाल शेखर नौटियाल, अजय बहुगुणा समेत डीएम डॉ. आशीष चौहान, एसपी पंकज भट्ट, संजय कुमार समेत अधिकांश जनप्रतिनिधि मौजूदर रहे।