
– बिल्लियों के सैंपल जांच में मिले एच5एन1 पॉजिटिव
छिंदवाड़ा । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पालतू बिल्लियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू (एच5एन1 वायरस) पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। देश में यह पहला मामला है जब घरेलू बिल्लियों में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई है।
छिंदवाड़ा में 7 पालतू बिल्लियों के सैंपल पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजे गए थे। 31 जनवरी को आई रिपोर्ट में दो बिल्लियों में एच5एन1 वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बिल्लियों को संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से बर्ड फ्लू हो सकता है। छिंदवाड़ा में हाल ही में कुछ मुर्गियों और पक्षियों की संदिग्ध मौतें भी हुई थीं, जिससे यह आशंका और मजबूत हो गई है कि वायरस एक प्रजाति से दूसरी में फैल सकता है।
बर्ड फ्लू के पालतू बिल्लियों में संक्रमण का यह पहला मामला होने के कारण प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। अधिकारियों ने संक्रमित क्षेत्र में विशेष निगरानी बढ़ाने और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों से इंसानों में फैलने की आशंका कम होती है, लेकिन इससे जुड़ी सावधानियों का पालन करना बेहद जरूरी है। प्रशासन ने पालतू जानवरों के मालिकों को विशेष सतर्कता बरतने और बीमार जानवरों की तुरंत जांच कराने की सलाह दी है। प्रशासन बर्ड फ्लू की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जल्द ही आगे की रणनीति तय करेगा।