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लखनऊ डेस्क: आजकल, Gen Z और मिलेनियल्स औसतन हर दिन 8 से 10 घंटे स्क्रीन पर समय बिताते हैं। इस लंबे समय तक स्क्रीन के सामने रहने से आंखों में जलन, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इसकी वजह है स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट और फ्लिकरिंग। ऐसे में, TUV Rheinland द्वारा ट्रिपल सर्टिफाइड डिस्प्ले को आंखों के लिए सुरक्षित माना जाता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
स्क्रीन सेफ्टी क्यों जरूरी है?
जैसे-जैसे स्क्रीन पर बिताए जाने वाले समय में वृद्धि हो रही है, वैसे-वैसे आंखों पर दबाव भी बढ़ रहा है। खासकर Gen Z और मिलेनियल्स में जो रोजाना औसतन 8 से 10 घंटे तक स्क्रीन के सामने बिताते हैं, उनमें डिजिटल आई स्ट्रेन की समस्या आम हो गई है।
स्क्रीन से जुड़ी समस्याएं
- आंखों में थकान (Eye Strain)
- सिरदर्द और माइग्रेन
- आंखों का लाल होना
- आंखों में सूखापन
- नींद की कमी
- फोकस न कर पाना
स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट जैसी डिवाइसेज से निकलने वाली ब्लू लाइट और फ्लिकरिंग इन समस्याओं को और बढ़ा सकती हैं। इनसे बचने के लिए TUV Rheinland ट्रिपल सर्टिफिकेशन वाली डिस्प्ले का होना जरूरी है, क्योंकि यह आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करती है।
TUV ट्रिपल सर्टिफिकेशन: आंखों की सुरक्षा की गारंटी
TUV Rheinland, जर्मन टेक्निकल सर्टिफिकेशन एजेंसी है, जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की डिस्प्ले को आई सेफ्टी स्टैंडर्ड्स के आधार पर प्रमाणित करती है। TUV ट्रिपल सर्टिफिकेशन के तहत डिस्प्ले को तीन मानकों पर परखा जाता है:
- Low Blue Light सर्टिफिकेशन
Low Blue Light सर्टिफिकेशन सुनिश्चित करता है कि डिस्प्ले से निकलने वाली ब्लू लाइट कम हो, जिससे आंखों पर कम असर पड़े। अधिक ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को प्रभावित करती है, जो नींद संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। Low Blue Light डिस्प्ले आंखों को आराम देती है और नींद को बेहतर बनाती है। - Flicker-Free टेक्नोलॉजी
स्क्रीन फ्लिकरिंग के कारण सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं होती हैं। Flicker-Free सर्टिफाइड डिस्प्ले स्क्रीन को स्थिर और स्मूथ अनुभव देती है, जिससे आंखों को कम थकान होती है। - Circadian-Friendly डिस्प्ले
Circadian-Friendly डिस्प्ले टेस्ट में स्क्रीन की ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट की जांच की जाती है। यह प्राकृतिक स्लीप साइकल को सपोर्ट करता है। रात के समय डिस्प्ले की ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट ऑटोमेटिक रूप से एडजस्ट हो जाता है, जो स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल्स और गेमर्स के लिए बेहद फायदेमंद है।
TUV ट्रिपल सर्टिफिकेशन के साथ स्मार्टफोन: POCO M7 5G
वर्तमान में, कई स्मार्टफोन कंपनियां अपनी डिस्प्ले टेक्नोलॉजी को बेहतर बना रही हैं। POCO M7 5G स्मार्टफोन TUV ट्रिपल सर्टिफाइड डिस्प्ले के साथ आने वाला है। इस स्मार्टफोन के डिस्प्ले फीचर्स कुछ इस प्रकार हैं:
- POCO M7 5G का डिस्प्ले TUV Rheinland ट्रिपल सर्टिफाइड है।
- इसमें 6.88 इंच का FHD+ AMOLED डिस्प्ले है।
- डिस्प्ले का रिफ्रेश रेट 120Hz है, जो स्मूथ अनुभव प्रदान करता है।
- यह कम ब्लू लाइट उत्पन्न करता है और साथ ही Flicker-Free टेक्नोलॉजी और ऑटोमैटिक ब्राइटनेस एडजस्टमेंट को भी सपोर्ट करता है।
इस डिस्प्ले की तकनीक गेमिंग, मूवी देखने और सोशल मीडिया ब्राउज़िंग के लिए आदर्श है।