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- होम गार्ड्स मुख्यालय में ड्यूटी के फर्जीवाड़े में शिकायकर्ता को मिला डिजिटली कक्ष तलबी पत्र
- विभाग से डर कर शिकायतकर्ता होमगार्ड ने स्पीड पोस्ट से दिया लिखित जवाब
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने वाले होम गार्ड्स विभाग के मुख्यालय में ड्यूटी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर वेतन का मस्टरोल जमा करने और सरकारी धन की बंदरबांट करने वाले अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। इस मामले में होम गार्ड्स मुख्यालय ने शिकायतकर्ता अतुल सिंह को मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से 24 फरवरी को एक पत्र जारी किया, जिसमें उन्हें 25 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे तक मुख्यालय के कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित बयान, सबूत और गवाहों के साथ जांच में शामिल होने की चेतावनी दी गई।
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मुख्यमंत्री पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करने वाले होम गार्ड्स के कर्मचारी अतुल सिंह ने इसके बाद स्पीड पोस्ट के जरिए लिखित जवाब भेजा।
अतुल सिंह ने अपनी लिखित शिकायत में कहा है कि आरोपित सभी बिंदु सही हैं, और अधिकारियों ने धोखाधड़ी से भुगतान लेकर उनसे झूठ बोलते हुए पूरी धनराशि वापस ली है। उन्होंने मामले की गहराई से जांच करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि वेतन भुगतान से जुड़ी सभी साक्ष्य कार्यालय में मौजूद हैं, और ड्यूटी स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों से भी सच्चाई का पता चल सकता है। अतुल ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर जांच की जा सकती है, साथ ही आरोपी लक्ष्मी नारायण बाबू और अरुण रावत की लोकेशन भी ट्रेस की जा सकती है।
अतुल सिंह ने विभागीय जांच में आरोपियों को बचाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए खुद को न्याय से वंचित किए जाने की बात कही है।