मोटा चावल खाने से मधुमेह जैसी बीमारियां से मिलेगी राहत: जिलाधिकारी

  • जिलाधिकारी अनुनय झा ने दैनिक भास्कर महराजगंज संवाददाता से बातचीत में बताई मोटे चावल से सेहतमंद होने की राज

महराजगंज। चावल का स्वाद जीभ को मजा और खुशबू नाक को आनंद देती है। समूचे देश के निम्न मध्यवर्गीय परिवार व ग्रामीणों की थाली में चावल और दाल परोसी जाती है। कोई बासमती चावल खाते हैं, तो कोई सांभा महसूरी का स्वाद चखा है। लेकिन जितना फायदा मोटा अनाज खाने से होता है। उतना लाभ पतले चावल के सेवन से नहीं मिलता है। श्री अन्न पर्यावरणी अनुकूल फसल हैं। इसमें पानी की बेहद कम आवश्यकता होती है और इसके उत्पादन में कार्बन भी कम निकलता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से श्रीअन्न बेहद लाभकारी है। इसके सेवन से मधुमेह जैसी बीमारियां नहीं होती हैं और रोगी जैसे अन्न सर्वाधिक लौह संपन्न हैं, जो खून में आयरन (लोहा) की कमी को दूर करने में बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं।

उक्त बातें जिलाधिकारी अनुनय झा ने कही। वह दैनिक भास्कर महराजगंज संवाददाता से बातचीत में कहा कि महराजगंज जनपद अन्न उत्पादन में मिनी पंजाब को भी मात देता है। इस जनपद को धान का कटोरा भी कहा जाता है। नेपाल के तराई में बसे इस जनपद के किसान तवारिख के पन्नों में धान, गेहूं के उत्पादन का कई कीर्तिमान गढ़ा है। यहां की माटी सोना उगलती है। जब चाहे जिस फसल का बेहतर उत्पादन ले सकते हैं। लेकिन जरूरत है किसानों को अपनी सोच बदलने की। मोटा अनाज पैदा करने से जहां किसान की आमदनी बढे़गी। वहीं इस अनाज के खाने से कई बीमारियों से भी निजात मिलेगी।

उन्होंने कहा कि श्रीअन्न को दैनिक भोजन का अंग बनाना चाहिए और बच्चों को भी इनके सेवन के प्रति जागरूक करना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि उन्होंने कहा इसके लिए हम श्रीअन्न से निर्मित मैगी, पास्ता जैसे उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और एफपीओ को इस दिशा में प्रेरित करने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस संदर्भ में विभिन्न विभागों और अन्य हितधारकों के बीच समन्वय करते हुए इस दिशा में प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की प्रशासन का प्रयास होगा कि श्रीअन्न निर्मित उत्पादों को बेहतर मार्केट लिंकेज (बाजार उपलब्धता) का प्रयास करेगा। आशा है कि हमारे जनपद के किसान और एफपीओ इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता दर्ज करेंगे और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सपनों के अनुरूप भारत को श्रीअन्न का सबसे बड़ा उत्पादक बनाने में अपना योगदान करेंगे।

श्री अन्न पुनरोद्धार कार्यक्रम का लाभ उठाएं किसान –

जिलाधिकारी अनुनय झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश मिलेट्स (श्री अन्न) पुनरोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत क्षमतावर्धन कार्यक्रम जिले में चलाया जा रहा है। श्रीअन्न को दैनिक भोजन का अंग बनाना चाहिए और बच्चों को भी इनके सेवन के प्रति जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा इसके लिए हम श्रीअन्न से निर्मित मैगी, पास्ता जैसे उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और एफपीओ को इस दिशा में प्रेरित करना होगा।

उन्होंने कहा की प्रशासन का प्रयास होगा कि श्रीअन्न निर्मित उत्पादों को बेहतर मार्केट लिंकेज (बाजार उपलब्धता) का प्रयास करेगा। आशा है कि हमारे जनपद के किसान और एफपीओ इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता दर्ज करेंगे और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी के सपनों के अनुरूप भारत को श्रीअन्न का सबसे बड़ा उत्पादक बनाने में अपना योगदान करेंगे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

जब मनोज कुमार ने सरकार से पंगा, बैन हो गई थी फिल्में आँखों के साथ आवाज से भी जादू करती है मोनालिसा मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया : धर्मात्मा निषाद विवाह के लिए बना खाना ट्रैफिक जाम में फंसे यात्रियों को खिलाया चाय के हैं शौकीन तो अब पीते-पीते घटाएं वजन