महाकुंभ: सांस्कृतिक मंचों पर बही सुरों की बयान, भारी संख्या में जुटी श्रद्धालुओं और दर्शकों की भीड़

  • यह प्रयागराज है गीत से प्रियांशु और आशीष ने दर्शकों का मन मोहा
  • यमुना मंच पर कैलाश खेर और सरस्वती मंच पर प्रियांशु और आशीष ने दी प्रस्तुतियां

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में जहां आस्था धर्म और आध्यात्मिक की पवित्र डुबकी लगाने विश्व भर से श्रद्धालु आ रहे हैं वही हिंदुस्तान के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के मंच के माध्यम से इस पावन धरा को संगीतमय बना दिया है।

जहां एक तरफ अंतरराष्ट्रीय गायक शंकर महादेवन, हरिहरन डॉ कुमार विश्वास जैसे कलाकारों ने प्रयाग के पावन गंगा जमुना सरस्वती जैसे मंचों पर आकर अपनी शिरकत की वहीं बीती शाम यमुना मंच पर कैलाश खेर जैसे अंतरराष्ट्रीय गायक और सरस्वती मंच पर प्रयागराज की धरती से देश भर में अपनी पहचान बनाने वाले प्रियांशु श्रीवास्तव एवं आशीष शर्मा युगल गायको की जोड़ी ने विश्व भर से आए श्रद्धालुओं के मध्य अपनी प्रस्तुतियों से सुरों से संगीत के इस पवित्र संगम में डुबकी लगाई यमुना पंडाल पर कैलाश खेर को सुनने के लिए काफी अधिक संख्या में श्रद्धालु और दर्शकों की भीड़ देखने को मिली।

वहीं सरस्वती मंच पर प्रियांशु और आशीष ने ये प्रयागराज है गीत की प्रस्तुति कर पूरे पंडाल को नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में राम जी की निकली सवारी से प्रारंभ कर दमा दम मस्त कलंदर और यह प्रयागराज है की पब्लिक डिमांड पर तीन बार प्रस्तुति से दर्शक लगातार झूमते रहे। भारतेंदु नाट्य संस्थान द्वारा सरस्वती मंच पर कार्यक्रम प्रभारी के रूप में कार्यभार देख रहे वरिष्ठ अधिकारी हीरा जी एवं सत्यम जी द्वारा कार्यक्रम के अंत में उत्तर प्रदेश सा संस्कृति विभाग के प्रतीक चिन्ह अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र द्वारा कलाकारों का सम्मान भी किया गया। सरस्वती मंच पर कार्यक्रम का संचालन श्वेता श्रीवास्तव ने किया।

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