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लखनऊ डेस्क: गर्मियों में जैसे ही मौसम गर्म होता है, लोग एयर कंडीशनर (AC) खरीदने की योजना बनाते हैं। जब वे एसी खरीदने जाते हैं तो अक्सर “1 टन”, “1.5 टन”, या “2 टन” जैसे शब्द सुनते हैं। लेकिन इन शब्दों का सही मतलब बहुतों को नहीं पता होता, और वे गलत क्षमता वाला एसी खरीद लेते हैं। अगर आप भी एसी खरीदने का सोच रहे हैं, तो पहले यह समझें कि टन का असली मतलब क्या होता है और आपके कमरे के हिसाब से सही एसी कैसे चुनें।
एसी में “टन” का मतलब उसका वजन नहीं होता, बल्कि यह उसकी कूलिंग क्षमता (ठंडा करने की क्षमता) को दर्शाता है। इसका मतलब यह है कि एसी एक घंटे में कितनी गर्मी कमरे से बाहर निकाल सकता है। गर्मी को BTU (British Thermal Unit) में मापा जाता है। 1 टन का एसी एक घंटे में 12,000 BTU गर्मी हटाने में सक्षम होता है। वहीं, 1.5 टन का एसी 18,000 BTU और 2 टन का एसी 24,000 BTU गर्मी को बाहर निकाल सकता है। यानि, जैसे-जैसे टन बढ़ेगा, कूलिंग की क्षमता भी बढ़ेगी।
आपके कमरे का आकार यह तय करता है कि आपको किस क्षमता का एसी चाहिए। अगर आपका कमरा बड़ा है या उसमें ज्यादा लोग रहते हैं, तो बड़े टन का एसी लेना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। अगर आप बिना सही जानकारी के एसी खरीदते हैं, तो या तो वह ज्यादा बिजली खर्च करेगा या फिर कमरे को सही से ठंडा नहीं कर पाएगा।
इसलिए, अपने कमरे के आकार और जरूरत के हिसाब से सही टन का एसी चुनें। इससे न सिर्फ बिजली की बचत होगी, बल्कि एसी की कार्यक्षमता भी बेहतर रहेगी।