बिल्हौर में 33 केवी हाइटेंशन लाइन चोरी: पुलिस और विभागीय अफसरों के बीच बढ़ी आरोप-प्रत्यारोप की जंग

बिल्हौर (कानपुर)। उपभोक्ताओं की बकायेदारी पर सक्रिय होकर नियम कायदों की दुहाई देने वाला विद्युत विभाग इन दिनों एक प्लाटिंग क्षेत्र से रातोंरात 33 केवी हाइटेंशन लाइन काट तार, खंभे व उपकरण चुराने के मामले में पूरी तरह बैकफुट पर है। कई दिनों से तूल पकड़े मामले में कार्रवाई से हाथ खींच अफसर योगी सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। वे विभागीय कार्रवाई की चाबुक पुलिस के पाले में फेंक अपने हाथ झाड़ रहे हैं।

बिल्हौर में मकनपुर मोड़ के करीब पुराने जीटी रोड के किनारे एक प्लाटिंग की जा रही है। इसमें पेशेवर लोगों का हाथ बताया जा रहा है। इस प्लाटिंग पर करीब महीने भर पहले रातोंरात अवैध रूप से 33 केवी हाइटेंशन लाइन को काट दिया गया और तार, खंभों समेत उपकरण चुरा लिए गए। बताया गया कि सोशल मीडिया पर वायरल होने से पहले मामले पर विभागीय अफसर पर्दा डालते रहे। हालांकि चर्चा में आने पर जांच शुरू हुई। करीब 15 दिनों से चल रही जांच के बीच अभी तक इस मामले में रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई है। जबकि मात्र प्लाटिंग क्षेत्र के दायरे से लाइन काट तार व उपकरण में प्रथम दृष्टया प्लाटिंग के जिम्मेदारों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। बावजूद इसके एसडीओ अमरनाथ चौहान ने अज्ञात के खिलाफ तहरीर और विभागीय अभिलेख पुलिस को उपलब्ध कराने की बात कहकर किनारा कर लिया है। उन्होंने विभागीय संपत्ति के नुकसान पर खासा संजीदगी नहीं बरती, जबकि इसी विभाग के अफसर अक्सर बकायेदारी को लेकर गरीबों पर कार्रवाई कर सुर्खियां हासिल करते हैं। सवाल उठता है कि आखिर किसके दबाव में बिजली विभाग अपनी ही संपत्ति के नुकसान करने वालों को संरक्षण देने पर तुला है। वहीं, पुलिस की माने तो एसडीओ ने केवल मौखिक शिकायत कर पल्ला झाड़ लिया, इसके आधार पर मौके की जांच में तार कटे होने और उपकरण नदारद होने की पुष्टि तो हुई, लेकिन रिपोर्ट नहीं दर्ज की जा सकी। और तो और पुलिस के बुलावे पर जेई ने जाने से इनकार कर संपर्क से अब तक दूरी बनाई हुई है।

जानकारी न देकर एक्सईएन ने खराब की अपनी भूमिका

बिल्हौर (कानपुर)। हाइटेंशन लाइन काटने और उपकरण चोरी के संबंध में पूछे जाने पर एक्सईएन ने दैनिक भास्कर को फोन पर कुछ भी बताने से साफ इनकार कर दिया। इससे जाहिर होता है कि उनकी इस मामले में गहरी संलिप्तता है और वह खुद को बचाने के लिए कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। यह तो एक तरह से चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत चरितार्थ करना ही हुआ। देखना यह है कि क्या कुछ न बोलने की बात कहकर वह खुद को आग की लपटों से बचा सकते हैं।

कीमती तार और उपकरण से लैस थी हाइटेंशन लाइन

बिल्हौर (कानपुर)। प्लाटिंग क्षेत्र से जिस 33 केवी हाइटेंशन लाइन को कतरकर तार व उपकरण चुराए गए हैं, वह बेशकीमती थे। ये कहना है एसडीओ अमरनाथ चौहान का, उन्होंने बताया कि लाइन से अरौल फीडर तक सप्लाई दी जाती थी। इसमें लगे खंभे, तार और उपकरण बेहद कीमती थे। जो अब विभाग को उपलब्ध नहीं हो पाते हैं।

बयान:
मामला संज्ञान में हैं, एक्सईएन चौबेपुर द्वारा विभागीय कार्रवाई के लिए एसीपी बिल्हौर को उपलब्ध कराए गए अभिलेख मुझे दिखाए गए हैं। विभागीय अफसरों की ओर से कोई लापरवाही नहीं की जा रही है, उनसे वार्ता कर उचित दिशा निर्देश देकर यथाशीघ्र कार्रवाई कराई जाएगी।
-आर के सिंह, अधीक्षण अभियंता

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