हद है! जिस पर आरोप वहीं जांच करने पहुंचा गांव, 5 माह से चक्कर काट रहा ग्रामीण

भास्कर ब्यूरो

  • दो बार किया आवेदन, पांच माह से चक्कर काट रहा ग्रामीण
  • हद है : जिस पर आरोप वो ही जांच करने पहुंचा गांव
  • प्रकरण की जांच एक्सईएन पुखरायां को सौंपी गई
  • अधीक्षण अभियंता बोले एक्सईएन जांएगे मौके पर
  • इस्टीमेट बनाने वाले जेई और टीजीटू से स्पष्टीकरण तलब

कानपुर देहात : अधीक्षण अभियंता ने इसकी जांच एक्सईएन पुखरायां को सौंपी है। बुधवार को गांव पहुंचे आरोपी टीजीटू ने ही खंभों से नापजोख शुरु की। ये देख ग्रामीण हैरान रह गए। ग्रामीणों का कहना है कि जिस पर आरोप है वही जांच करने आ गया।

अकबरपुर उपखंड से जुड़े सिंगरसीपुर फीडर में कनेक्शन देने की जिम्मेदारी जेई अजय कुमार के पास है। गांव के लोग कहते हैं जेई अजय मौके पर नहीं आते हैं। वह सारा काम टीजीटू ब्रजेश के माध्यम से करते हैं। ब्रजेश इसका दोहरा फायदा उठाता है। उसने आवेदक विजईपुर के शिवसागर से कनेक्शन के नाम पर बीस हजार रुपये मांगे। रुपये न मिलने पर पहले 35 हजार का इस्टीमेट बना दिया। इसके बाद आदवेक ने फिर हाथ पैर जोड़े तो दोबारा किसी अन्य नाम से आवेदन करने के लिए कहा। दोबारा शिवसागर ने अपने बेटे राघवेंद्र सिंह के नाम से आवेदन किया। इस पर 91 हजार रुपये का इस्टीमेट बना दिया गया। एक ही घर में एक ही दूरी पर दो तरह सके इस्टीमेट देख आवेदक भी हैरान है। वह पांच माह से कनेक्शन के लिए विभाग के चक्कर काट रहा है।

इस मामले को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया तो अफसर हरकत में आए। अधीक्षण अभियंता एसपी सिंह ने इसकी जांच एक्सईएन पुखरायां आलोक प्रकाश को सौंपी है। एक्सईएन ने जेई और टीजीटू से स्पष्टीकरण तलब किया है।

गांव में बुधवार को आरोपी टीजीटू ब्रजेश जांच के लिए पहुंच गया। आवेदक और ग्रामीणों ने इस पर नाराजगी जाहिर की। इस बावत एक्सईएन पुखरायां आलोक प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एसडीओ को जांच के लिए भेजा था। चूंकि टीजीटू ब्रजेश का क्षेत्र है इसलिए वह साथ गया था। हालाकि गांव के लोग कह रहे हैं ब्रजेश ने दो बार चक्कर लगाए और मनमानी रिपोर्ट बना कर अफसरों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। फिलहाल जिस पर आरोप उसी को जांच के लिए भेजने में सवाल खड़े हो रहे हैं।

एक्सईएन पुखरायां को जांच सौंपी गई है। एक्सईएन मौके पर जाकर जांच करेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कनेक्शन देने में पांच माह का समय कैसे लगा। किस स्तर से लापरवाही हुई है इस पर स्पष्ट रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलते ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।-एसपी सिंह, अधीक्षण अभियंता विद्युत

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