आवंटन की फाइलें भी गायब… विभागीय कार्यवाही न होने से निकाय को हो रहा आर्थिक नुकसान किराया प्रभावित

  • ईओ कुछ भी बताने से काट रही कन्नी आखिर जिम्मेदार कौन ?

जरवल/बहराइच। नगर पंचायत जरवल का विकास तो काल के गाल में पूरी तरह समा चुका है जो कि अतिशियोक्ति भी नही है। रही बात दुकानों के आवंटन की तो उसकी फाइलें तक निकाय के कार्यालय से अरसा पहले गायब हो चुकी है जिस पर विभागीय छान बीन की कौन कहे ईओ खुशबू यादव भी इस सम्बंध में कुछ भी बताने से भी कन्नी काट रही है।

सूत्रों के मुताबिक जरवल मे तमाम आवंटन धारी एसे है जिन्हे दुकान का आवंटन किया गया पर उसे दूसरे को काफी पैसा लेकर किराये पर दे रखा है उसके बावजूद निकाय को किराये का शुल्क नही जमा कर रहे हैं।जिससे निकाय को आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है। सूत्रों की माने तो कुछ पैसा व पहुँच वाले दबंग लोगो ने स्थाई तौर पर कुछ दुकाने बनवा ली है तो कुछ सरकारी आवंटन को बेच भी डाले है जिस पर लोग कुण्डरी मारे बैठे ही नही विभागिय कार्यवाही न होने से लोगो की बल्ले बल्ले कम नही है।

सूत्र बता रहे है कि कस्बे के तमाम लोग आवंटन की रसीद लेकर भी धूम रहे हैं जिन्हे आज तक निकाय द्वारा आवंटियों को जगह नही दे सकी जो एक अजूबा से कम भी नही जिस पर निकाय प्रशासन चुप है। सूत्र बता रहे है कि काफी पहले निकाय की रसीद (एमएससी 5) गायब हुई थी कौन उठा ले गया उस पर भी जिम्मेदार मौन है जब कि आज भी उस सरकारी रसीद का लोग इस्तेमाल कर मोटी रकम लोगो से वसूल कर रहे हैं। यही नहीं इस निकाय के कुछ कर्मचारी एसे भी रह चुके हैं जो अपने पारिवारिक लोगो के नाम दुकाने आवंटन करा कर दूसरे को किराये पर दिये है उस पर भी ईओ की चुप्पी व विभगीय कार्यवाही न होना इस बात का संकेत दे रहा है कि वो अपने कार्यो मे रुचि नही ले रही जो निकाय हित मे रत्ती भर नही है।

“आवंटन की कोई भी फाइल यहाँ नही है सब गायब है किराया कितना जमा होता हम नही बता सकते क्योंकि जानकारी नही है कितने आवंटन हुये यह भी नही मालूम”

मो.शारिफ लेखा लिपिक (बड़े बाबू) नगर पंचायत जरवल

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