
शामली (उत्तर प्रदेश): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शामली जनपद में एक क्रिप्टो एजेंसी के नाम पर पैसे निवेश कराने के झांसे में करोड़ों की हेराफेरी करने के आरोपी के खिलाफ छापेमारी की। चंडीगढ़ से आई ईडी की टीम ने स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के साथ मिलकर शामली जिले के डांगरौल गांव स्थित सलेक विहार क्षेत्र में एक मकान पर डेरा डालते हुए छापेमारी की। इस मामले में आरोप है कि आरोपी ने क्यूएफएक्स कंपनी के नाम पर यूपी, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा जैसे विभिन्न राज्यों के भोले-भाले लोगों से निवेश के नाम पर 210 करोड़ रुपये की ठगी की थी।
ईडी ने आरोपी नवाब को हिरासत में लिया और उससे कई घंटों तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी से 94 लाख रुपये बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, सबूत और फर्जी लेन-देन के बारे में जानकारी भी मिली है, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।
निवेश के नाम पर किया गया धोखा
सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने अपनी क्रिप्टो एजेंसी के माध्यम से लोगों को निवेश करने और मोटा मुनाफा देने का झांसा दिया था। आरोपियों ने लोगों से निवेश के बहाने पैसे जुटाए और फिर उन्हें धोखा दिया। इस मामले में कई पीड़ितों ने ईडी से शिकायत की थी, जिसके बाद ईडी ने जांच शुरू की और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की।
ईडी की छापेमारी और जांच की स्थिति
छापेमारी के दौरान, ईडी की टीम ने घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। इसके अलावा, आरोपी के साथ-साथ उसके अन्य सहयोगियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। स्थानीय लोग इस मामले को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि ठगी के शिकार कई लोग अब भी अपनी रकम वापस पाने के लिए ईडी से उम्मीद लगाए हुए हैं।
ईडी की टीम ने बताया कि इस छापेमारी से कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं, और जांच अभी भी जारी है। इस दौरान कई अन्य संदिग्ध लेन-देन और फर्जी निवेशों को भी ट्रैक किया गया है। ईडी को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से कुछ और महत्वपूर्ण कड़ी सामने आ सकती है, जिससे पूरे मामले में और भी बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी में हेराफेरी पर सख्ती
ईडी की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि सरकार फर्जी लेन-देन, निवेश और मोटे फायदे का झांसा देकर हो रही हेराफेरी के खिलाफ सख्त है। सरकार ने इस बात का स्पष्ट संदेश दिया है कि इस तरह के अपराधों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना से यह भी जाहिर होता है कि क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल निवेश के नाम पर हो रही हेराफेरी को लेकर सरकार ने गंभीर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। चंडीगढ़ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त होने के बाद ईडी ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
आरोपी के मकान पर छापेमारी
ईडी की टीम ने शामली जिले के मोहल्ला सलेक विहार निवासी आरोपी के मकान पर भी छापा मारा, जहां वह पिछले कुछ समय से रह रहा था। इस छापेमारी के दौरान ईडी ने आरोपी के घर में मौजूद सामान की जांच की और घर के सदस्यों से भी पूछताछ की।
आरोपी पर आरोप है कि उसने चंडीगढ़, पश्चिमी यूपी और अन्य राज्यों में कई भोले-भाले लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं। इस पूरे मामले में चंडीगढ़ में कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, और इस मामले की जांच जारी है।
सरकार की सख्त नीतियां
इस छापेमारी से यह स्पष्ट है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी और अन्य निवेश योजनाओं के नाम पर हो रही हेराफेरी के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। ईडी के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जल्द ही और भी खुलासे हो सकते हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सरकार और संबंधित विभाग अब और भी सख्त हो सकते हैं और ऐसे मामलों में अधिक तेजी से कार्रवाई की जाएगी।












