
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी संख्या के चलते शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। कटनी से प्रयागराज की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है, लेकिन इस रूट पर यात्रा करना किसी चुनौती से कम नहीं है। विभिन्न स्थानों पर सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे न केवल यात्रा समय बढ़ रहा है, बल्कि यात्री काफी परेशान हो रहे हैं।
कटनी से प्रयागराज तक जाम की स्थिति:
कटनी से प्रयागराज जाने वाली प्रमुख सड़कों पर हालात बहुत खराब हो गए हैं। रूट पर जगह-जगह वाहनों की कतारें लगी हुई हैं। श्रद्धालु, तीर्थयात्री और स्थानीय लोग जाम में फंसे हुए हैं। जब लोग यात्रा के दौरान अपने गंतव्य तक पहुंचने की उम्मीद करते हैं, तो जाम के कारण घंटों तक रुकने या रेंगते हुए आगे बढ़ने पर मजबूर हो जाते हैं। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान यह स्थिति और भी विकट हो गई है, क्योंकि लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस की अपील और स्थिति की गंभीरता:
इतना भीषण जाम देख कर अब पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील करना शुरू कर दिया है। लाउड स्पीकर के जरिए यात्रियों से कहा जा रहा है कि वे प्रयागराज न जाएं, क्योंकि इस समय रास्ते पर जाम की स्थिति अत्यधिक खराब हो गई है। पुलिस यह भी कह रही है कि इस समय यात्रा करना जोखिमपूर्ण हो सकता है, और लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि वे घर वापस लौटें और कुछ दिनों बाद यात्रा करें।
कटनी से प्रयागराज के मार्ग पर जाम की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने इस दिशा में सक्रिय कदम उठाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की स्थिति को देखते हुए यात्री मार्ग में शिथिलता आने के बाद ही शहर तक पहुंचने में घंटों का समय लग सकता है। सड़कों पर यात्री, वाहन चालक और श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं, क्योंकि जाम की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है।