
लखनऊ में 17 कोचिंग संस्थानों में आग से बचाव के उपायों की कमी है। फायर ब्रिगेड के कई नोटिस के बावजूद इन कोचिंग सेंटरों ने आग से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए हैं। कुछ कोचिंग संस्थानों में तो वेंटिलेशन तक का ठीक से प्रबंध नहीं पाया गया। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में सीएफओ मंगेश कुमार ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर इन संस्थानों का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।
सीएफओ ने बताया कि नवंबर 2024 में शहर भर के कोचिंग संस्थानों में अग्निशमन सुरक्षा उपायों की जांच के दौरान कई प्रमुख कोचिंग में आग से बचाव के उपाय नहीं पाए गए। कई कोचिंग संस्थान ऐसे थे जो बेसमेंट में थे और वहां वेंटिलेशन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, जबकि वहां एयर कंडीशनिंग की सुविधा मौजूद थी।
दूसरी सूची भी जल्द होगी जारी होगी
सीएफओ के अनुसार, फायर सुरक्षा मानकों की 10 बिंदुओं वाली जांच में 17 कोचिंग संस्थान पूरी तरह से फेल हो गए हैं। पहले चरण में इन संस्थानों के लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीआईओएस को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। दूसरी सूची जल्द जारी की जाएगी, जिससे बाकी संस्थानों की भी जांच की जा सके।
प्रशासन की चेतावनी:
CFO मंगेश कुमार ने कहा कि फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी कोचिंग सेंटर ने अपने जारी लाइसेंस में जरूरी सुधार नहीं किए, तो उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। डीआईओएस जल्द ही कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।










