Kalkaji Election : दिल्ली की ‘कालकाजी’ से हारते-हारते जीत गई आतिशी, जानिए क्या है सीट का इतिहास

Seema Pal

Kalkaji Election 2025 : दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना एक बार फिर कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव जीत लिया है। उनका मुकाबला बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से था। शुरूआत में इस मुकाबले में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी हारते हुए दिख रहीं थी, लेकिन आखिर में उन्होंने बाजी मार ली। आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को हरा दिया। आतिशी ने तीसरी बार कालकाजी सीट पर हैट्रिक मारी है।

भाजपा के रमेश बिधूड़ी से आप की आतिशी की कांटे टक्कर रही

आज जब दिल्ली चुनाव में परिणामों के रुझान आने शुरू हुए तो भाजपा के रमेश बिधूड़ी और आप की आतिशी के बीच कांटे की टक्कर होती दिखी। वहीं, शुरुआत के नतीजों में यह लग रहा था कि आतिशी अपनी सीट हार जाएंगी, लेकिन आखिर में उन्होंने बाजी मारी और अपनी हैट्रिट जीत को बरकार रखा। और आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को हराया।

घंटों चलती रहा उतार-चढ़ाव

रमेश बिधूड़ी 12 में से दो राउंड के बाद 1342 मतों से आगे थे। 4 राउंड के बाद वह 1635 मतों से आगे थे। 6 राउंड के बाद 3221 मतों आगे थे। 8 राउंड की काउंटिंग के बाद रमेश बिधूड़ी और मुख्यमंत्री आतिशी के बीच मात्र 238 मतों का अंतर रह गया था। आतिशी ने 10 वें राउंड में 989 मतों की बढ़त बना ली। 11 राउंड के बाद बढ़त 2795 मतों से आगे हो गईं। यह बढ़त जारी रही और उन्होंने जीत दर्ज की।

कालकाजी सीट पर आप ने लगाई हैट्रिक

कालकाजी विधानसभा सीट पर लगातार तीसरी बार आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की। साल 2020 में आप की ओर से आतिशी ने जीत दर्ज की थी। उनको 55,897 वोट मिले थे। बीजेपी उम्मीदवार धरमबीर सिंह को 44,504 वोट मिले थे। कांग्रेस की शिवानी चोपड़ा को 4,965 वोट मिले थे। साल 2015 आप की ओर से अवतार सिंह को 55,104 वोट के साथ विधायक बने थे, जबकि बीजेपी के हरमीत सिंह कालका 35,335 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे। वहीं कांग्रेस के सुभाष चोपड़ा को 13,552 वोट मिले।

2020 कालकाजी विधानसभा चुनाव परिणाम

पार्टीप्रत्याशीवोटजीत / हार
आपआतिशी55,897जीत
बीजेपीधरमबीर सिंह44,504हार
कांग्रेसशिवानी चोपड़ा4,965हार

क्या है कालकाजी सीट का इतिहास

दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट का इतिहास बहुत दिलचस्प रहा है। यह सीट दिल्ली विधानसभा चुनावों में एक महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है और यहाँ पर विभिन्न पार्टियों ने समय-समय पर अपनी पकड़ बनाई है।

कालकाजी सीट का इतिहास:

  1. आतिशी की जीत:
    • दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार आतिशी ने कालकाजी सीट से शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को हराया और एक बड़ी मार्जिन से चुनाव जीता। यह जीत AAP के लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी क्योंकि इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों का दबदबा था।
  2. राजनीतिक झंझावात:
    • कालकाजी सीट पर पहले कई वर्षों तक कांग्रेस का प्रभाव रहा था। लेकिन 2013 के बाद से आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर अपना मजबूत आधार बनाया।
  3. भूतपूर्व विधायक:
    • कालकाजी सीट पर 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में AAP की जीत ने पार्टी को इस सीट पर प्रमुख बना दिया है। इससे पहले, इस सीट पर कांग्रेस का गढ़ था, लेकिन आम आदमी पार्टी ने अपनी लोकप्रियता और विकास कार्यों के आधार पर इस सीट को जीत लिया।
  4. भविष्य की संभावनाएँ:
    • कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में शहरी और उच्च-मध्यम वर्गीय मतदाता रहते हैं, जो विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के मुद्दों पर अधिक ध्यान देते हैं। आम आदमी पार्टी ने इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी जीत हासिल की।

इस सीट का इतिहास दिखाता है कि समय के साथ राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आया है और आम आदमी पार्टी ने अपनी कार्यशैली और नीतियों के कारण इस सीट को एक मजबूत पकड़ बना लिया है।

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