भास्कर ब्यूरो
महराजगंज : कहते हैं कि शव यात्रा में शामिल लोग जब अंत्येष्टि स्थल में कुछ पल बिताते हैं तो उनको आभास होता है कि जिस मोह माया के चक्कर में हम पड़े हैं वह यहीं पड़ा रह जाएगा। इसलिए हाय तौबा की क्या जरुरत है। लेकिन जिले में कुछ ऐसे जिम्मेदार हैं जिन्होंने अंत्येष्टि स्थल के धन का ही बंदरबाट कर लिया। इस तरह के सनसनीखेज का आरोप नगर पंचायत चौक के नगरवासियों ने लगाया है।
मामला नगर पंचायत चौक स्थित अन्त्येष्टि स्थल निर्माण/सौंदर्यीकरण हेतु मॉडल रूप में निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ द्वारा 26 सितम्बर 2023 को रु.28.79 लाख का पत्र नगर पंचायत चौक कार्यालय को जारी हुआ हैं। 17 माह में मुख्यमंत्री का चौक में आगमन के दौरान मात्र टीन शेड से ही निर्माण कार्य कराकर इतिश्री कर लिया गया हैं।इस बारे में अधिकारी,कर्मचारी और जेई से पूछे जाने पर किसी ने सही जानकारी देने से असमर्था जताई जा रही है।
इसको लेकर नगरवासी संदीप राव,निशिकांत यादव,रामजतन निषाद,रामहरख साहनी, डिग्गू कन्नौजिया,अनवर अली, मनउर अली ,प्रताप,निक्कू पटेल,संजू साहनी,अमित राव,अमन पटेल आदि लोगों ने बताया कि पूरे नगर पंचायत में पशु अस्पताल के पास स्थित एक ही अन्त्येष्टि स्थल है।जहां पर छ गांव चौक बाजार , सोनाड़ी, खास,धर्मपुर,बरगदही,केवलपुर सहित पूरे नगर पंचायत के शव का अंतिम संस्कार किया जाता हैं जबकि आबादी लगभग पच्चीस हजार है और वोटरों की संख्या लगभग बीस हजार है।
नगरवासियों का यह भी आरोप है कि दो माह पूर्व चौक मुख्यमंत्री आगमन पर अंत्येष्टि स्थल पर कुछ रुपयों से ही टीन शेड का निर्माण कार्य कराकर सरकार के रुपयों का बंदरबाट कर लिया गया हैं। साथ ही टीन शेड कार्य का राज्य वित्त से भुगतान भी कर लिया गया हैं। इस सम्बन्ध में दैनिक भास्कर संवाददाता द्वारा अधिशाषी अधिकारी ओमप्रकाश यादव से पूछे जाने पर बताया हैं कि वार्ड नंबर 5 में अंत्येष्टि स्थल निर्माण अभी होना बाकी है,दूसरी ओर उन्होंने बताया कि जिस अंत्येष्टि स्थल निर्माण में नगरवासियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है उस धनराशि को ट्रेजरी के माध्यम से वापस लौटा दिया गया हैं।