Finance Ministry Employees To Not Use ChatGPT and DeepSeek: वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से कहा कि वे आधिकारिक काम के लिए चैटजीपीटी (ChatGPT) और डीपसीक (DeepSeek) जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स का इस्तेमाल न करें। बता दें कि हाल ही में जारी की गई एडवाइजरी में चेतावनी दी गई है कि ये टूल गोपनीय सरकारी डेटा और दस्तावेजों के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
Finance Ministry, Govt of India asks its employees to "strictly avoid" the use of AI tools or AI apps on office devices
— ANI (@ANI) February 5, 2025
AI टूल्स से गोपनीयता को खतरा
वित्तमंत्रालय की एडवाइजरी के अनुसार, “यह निर्धारित किया गया है कि ऑफिस के कंप्यूटर और डिवाइस में AI टूल और एआई ऐप (जैसे ChatGPT और DeepSeek आदि) सरकारी डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता के लिए जोखिम पैदा करते हैं।” इससे पहले आईटी मंत्रालय ने कहा था कि डीपसीक जैसे AI टूल्स से संबंधित गोपनीयता संबंधी चिंताओं को भारतीय सर्वरों पर ओपन-सोर्स मॉडल की मेजबानी करके प्रबंधित किया जा सकता है। डीपसीक, एक चीनी AI ऐप है, जो दुनिया भर में स्क्रूटनी का सामना कर रहा है। डच अधिकारियों ने हाल ही में इसकी गोपनीयता नीतियों की जांच शुरू की, जिसमें सवाल उठाया गया कि ऐप यूजर्स के पर्सनल डेटा को कैसे संभालता है। अन्य देश भी डीपसीक पर इसी तरह की जांच कर रहे हैं।
भारत को AI के सेक्टर का लीडर होना चाहिए- Open AIOpen AI CEO
ओपनएआई (Open AI) के सह-संस्थापक और सीईओ सैम ऑल्टमैन (CEO Sam Altman) ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का एक बड़ा मार्केट है। कंपनी के लिए वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। सैम ऑल्टमैन ने कहा, ” भारत को इस सेक्टर का लीडर होना चाहिए।”
IndiaAI मिशन पर चल रहा काम
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले महीने कहा था कि देश छह महीने के भीतर किफायती कीमत पर अपना सुरक्षित स्वदेशी AI मॉडल लॉन्च कर सकता है। भारतीय AI मॉडल आने वाले दिनों में देश को एआई समाधानों के अधिक विश्वसनीय तकनीकी पावरहाउस के रूप में उभरने में मदद करेगा। उच्च-स्तरीय सामान्य कंप्यूटिंग सुविधा की ओर से समर्थित, इंडियाएआई मिशन (IndiaAI Mission) अब भारतीय भाषाओं का उपयोग करके घरेलू संदर्भ के लिए स्वदेशी एआई समाधानों को अनुकूलित करने के करीब है।