Milkipur Upchunav 2025 : आखिर क्यों देरी से हुआ मिल्कीपुर उपचुनाव, भाजपा की जीत से जुड़ा है राज

Seema Pal

Milkipur Upchunav 2025 : आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां आज सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू है जो कि शाम 6 बजे तक होगी। यह सीट लोकसभा चुनाव होने के बाद से ही खाली पड़ी है। चुनाव आयोग ने इस सीट पर उपचुनाव के एलान काफी देरी कर दी है। आज जब मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान हो रहा है तो देश भर की निगाहें इस उपचुनाव में ठहर गई हैं।

देरी से हो रहा मिल्कीपुर उपचुनाव

दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद 10 विधानसभा सीटें रिक्त हो गई थी। इन रिक्त हुई 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 20 नवंबर को हुआ था। जिसमें फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीट को विधायक मिल गया है। लेकिन इनमें मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली ही रही। यह यूपी की विवादित सीट रही है। चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का एलान काफी देरी से किया। इसको लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने भी चुनाव आयोग से जवाब मांगा था।

दरअसल, चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीख के एलान पर चुप्पी साध रखी थी। विपक्ष की ओर से लगातार चुनाव आयोग पर आरोप लगाए जा रहे थे कि भाजपा के इशारे पर आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव पर रोक लगाई रखी। इस संबंध में मिल्कीपुर उपचुनाव का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा। जहां याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से मांग की थी कि मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव अन्य नौ सीटों के साथ ही हो। हालांकि जब हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से जवाब मांगा तो केवल खामोशी ही प्राप्त हुई। इसके बाद ही आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीख का एलान 5 फरवरी के लिए कर दिया।

मिल्कीपुर सीट का सियासी समीकरण

अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 3 लाख 70 हजार मतदाता हैं और इस बार के उपचुनाव में यहां से 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी से अजित प्रसाद और बीजेपी से चंद्रभान पासवान चुनावी मैदान में हैं। वहीं बीएसपी ने उपचुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। मिल्कीपुर विधानसभा सीट एक आरक्षित सीट है। बीएसपी भले इस चुनाव में नहीं उतरी हो लेकिन बीएसपी का परंपरागत वोटर्स यहां जीत-हार में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इस सीट पर दलित वोटर्स अधिक संख्या में हैं और जिस तरफ इनका झुकाव रहा उनका जीतना लगभग तय है।

बीजेपी के लिए उपचुनाव जीतना जरूरी

मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है। दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अयोध्या की सीट गवानी पड़ गई थी। इस सीट से अवधेश प्रसाद ने लल्लू सिंह को अच्छे मार्जिन से चुनाव हर दिया था। बीजेपी के लिए अयोध्या हारना बड़ी हार थी यही कारण है कि इस बार बीजेपी का जोर समाजवादी की सीट पर जीत हासिल करके यूपी में यह संदेश दें कि पार्टी अभी भी लोगों के बीच मजबूत है। वहीं अब मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा ने सपा के अजीत प्रसाद के सामने चंद्रभानु प्रसाद को उतारा है। दोनों ही दलों के उम्मीदवार एक ही समुदाय से आते हैं। ऐसे में यह उपचुनाव दलित मतदाताओं के बीच किसी धर्मयुद्ध से कम नही है।

मिल्कीपुर उपचुनाव में 44.59% वोटिंग

बता दें कि मिल्कीपुर स्थित बूथ नंबर 172 तेंधा में 1 बजे तक 44.59 प्रतिशत मतदान। जागरूक व जिम्मेदार नागरिक का परिचय। एसडीएम अभिषेक सिंह रख रहे निगाह। मतदान प्रक्रिया जारी।
बूथ नंबर 172 पर 1 बजे तक 789 में 408 मत पड़े, जबकि 171 नंबर बूथ पर 1014 में से 475 वोट पड़े।

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