मिहिपुरवा/बहराइच l कतर्निया घाट वन जीव प्रभाग में वन्य जीव प्रेमियों को काफी आघात लग रहा है लगातार बाघ एवं तेंदुओं की मौत से काफी दु:खी हो रहे हैं तथा वन जीवों की सुरक्षा न होने से पर्यावरण का काफी नुकसान भी हो रहा है l मालूम हो कि कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग में लगातार बाघ एवं तेंदुए के शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है l
अभी 2 दिन पूर्व गेरुआ नदी में बाघ का शव प्राप्त हुआ था जिसे आशंका जाहिर की जा रही है की मछली के शिकारी के जाल में फंसकर बाघ की मौत हुई। परंतु मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उसको टीवी बताया गया है वही तेंदुए की मौत पर का अभी खुलासा नहीं हो सका है।
मालूम हो कि कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग के ककरहा रेंज अंतर्गत उर्रा के बीट भीउराघाट में संदीप सिंह के फार्म के पास रणविजय मौर्य के घर के पीछे बने लैट्रिन के सेफ्टी टैंक जो मिट्टी से पट चुका था उस पर प्रात: 8 बजे तेंदुआ का शव बरामद हुआ आखिर यह किस वजह से तेंदुवे की मौत हुई इसका खुलासा भी नहीं हो सका है परंतु उसका पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया है विसरा भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान इज्जत नगर बरेली भेज दिया गया है।
डीएफओ ने बताया कि तेंदुए की उम्र 7 वर्ष तथा नर तेंदुआ के सभी अंग(आंख,नाखून, कैनाइन )सुरक्षित पाए गए हैं। रेंज अधिकारी ककरहा तथा समस्त स्टाफ को दिन-रात जंगल में गस्त करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं जिससे वन संपदा एवं वन जीवों की सुरक्षा रहे।