मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को विधायक प्राथमिकता बैठकों के दूसरे दिन के दूसरे व अंतिम सत्र में हमीरपुर, ऊना तथा सिरमौर जिला के विधायकों के साथ उनकी प्राथमिकताओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं को धरातल पर उतारने में विधायकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है और उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए उनसे सुझाव आमंत्रित किए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा प्रदेश को 31 मार्च 2026 तक देश का हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि ऊना जिले में 32 मेगावाट की पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना 15 अप्रैल, 2024 को जनता को समर्पित की गई थी। इसके अतिरिक्त ऊना जिले के भंजाल में 5 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना 30 नवंबर, 2024 से शुरू की गई, जबकि 10 मेगावाट की अघलौर सौर ऊर्जा परियोजना का निर्माण शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगा। इसके साथ ही हाईड्रोपावर के दोहन पर भी कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ग्रीन हाईड्रोजन का देश का पहला प्लांट नालागढ़ में स्थापित करने जा रही है।ये सभी परियोजनाएं प्रदेश में समृद्धि लाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन को भी बढ़ावा दे रही है और प्रदेश के चार मंदिरों ज्वालामुखी, नैना देवी, चिंतपूर्णी और बाबा बालकनाथ मंदिर का प्रथम चरण में सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके बाद प्रदेश के अन्य मंदिरों का सौंदर्यीकरण पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ई-वाहनों के संचालन को बढ़ावा दे रही है और 327 इलैक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया अन्तिम चरण में है। उन्होंने प्रदेश में ई-वाहनों के चार्जिंग स्टेशन की स्थापना पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने जिला ऊना के कुटलैहड़ में गोबिंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
बैठक में ऊना जिला के चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदर्शन सिंह बबलू ने पौंग डैम से जिला ऊना के लिए पानी की आपूर्ति करने के लिए योजना बनाने तथा क्षेत्र में चौक डैम बनाकर पानी की आपूर्ति करने की मांग की। उन्होंने अंब अस्पताल की 50 बिस्तरों की क्षमता को बढ़़ाकर 100 करने की मांग की।
गगरेट के विधायक राकेश कालिया ने अपने क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज तथा गगरेट अस्पताल के भवनों में अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए धन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। इसके साथ ही स्वां नदी की सहायक नदियों के चौनलाइजेशन की मांग की और बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए गौशाला के संचालन का आग्रह किया।
कुटलैहड़ से विधायक विवेक शर्मा ने गोबिंद सागर झील से पीने के पानी और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण का आग्रह किया। उन्होंने डुमखर पुल के निर्माण के लिए धन उपलब्ध करवाने और थानाकलां-भाखड़ा सड़क को चौड़ा करने की मांग की। उन्होंने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने और क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
हमीरपुर जिला के भोरंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेश कुमार ने पुलिस चौकी लदरौर तथा उप-तहसील जाहू के भवन का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की। इसके साथ ही भोरंज अस्पताल के नए भवन तथा जाहू में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह के निर्माण में तेजी लाने का आग्रह किया।
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक कैप्टन रणजीत सिंह राणा सुजानपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र के नालों की चौनलाइजेशन और सिंचाई सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ खेल का आधारभूत ढांचा मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने गौशालाओं के लिए विधायक निधि से चारे का प्रावधान करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
सिरमौर जिला के नाहन विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय सोलंकी ने नाहन चिकित्सा महाविद्यालय को अन्य भूमि पर स्थानांतरित करने का आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ-साथ नाहन बाई-पास के निर्माण व नाहन शहर में पार्किंग की व्यवस्था के लिए समुचित धन उपलब्ध करवाने की मांग की।
विधानसभा उपाध्यक्ष एवं रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय कुमार ने अपने चुनाव क्षेत्र के सभी कार्यालयों का पुनर्गठन करने की मांग की। उन्होंने रेणुका झील की डिसिल्टिंग के लिए योजना बनाने की मांग की।