कतर्निया घाट में हाथियों का आतंक : 3 दिनों से हो रहा गांव वालों का भारी नुकसान

  • ग्रामीणों के जान के पड़े हैं लाले

मिहिपुरवा/बहराइच l जनपद बहराइच के कतर्नियाघाट वन क्षेत्र अंतर्गत ट्रांस गेरुआ के जंगल व नेपाल सीमा के करीब बसे भरथापुर गांव में बीती रात को जंगली टस्कर हाथी ने दस्तक दे दी। जिसने फूंस के बने तीन कच्चे घरों तहस-नहस कर दिया जिससे लोगों का काफी नुकसान हुआ है।

कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत भरथापुर गांव में पिछले कई दिनों से जंगली हाथियों का उत्पात जारी है। 3 फरवरी की रात 10 बजे एक टस्कर हाथी गांव में घुस गया जिसने गांव के 21 ग्रामीणों के घरों को तहस-नहस कर दिया है। गांव निवासी सुरेश, राम नाथ, जमुना प्रसाद, तेकराम, मिश्री लाल, कला वती, मुन्नालाल, राज कुमार, रमेश, मदन लाल, घनश्याम, तारा देवी, बिंदु,कंगला, रोशनलाल, मनोहर, संजय, शिवा, राधेश्याम, प्रमोद, विनोद रद्धू, के फूंस के कच्चे मकान को हाथी ने ढहा दिया।

हाथी को भगाने के लिए वन विभाग के वन क्षेत्र अधिकारी आशीष गौड़, वन दरोगा मयंक पांडे, वनरक्षक योगेश सिंह व अजय सिंह वन वचरों के साथ गेरुआ नदी के रास्ते बोट से 10:00 रात गांव पहुंचे एक तस्कर हाथी लगातार गांव में आतंक किया हुआ है सुबह लगभग 3:30 बजे जब हाथी जंगल को चला गया तब वन विभाग की टीम गांव से वापस आई है l

गांव के लोग एकत्रित हो गए सभी टॉर्च और मशाल की रोशनी के साथ ढोल और थाली बजाते हुए हाका लगाने लगे इस बीच हाथी ने घरों में रखे गृहस्थी के सामान को तोड़फोड़ दिया और घर मे रखे सारे आनाज को बिखेर कर बर्बाद कर दिया। हाथी का उत्पात 6 घण्टे तक जारी रहा इस दौरान ग्रामीणों वन विभाग के हाका लगाने के बाद वह जंगल की ओर भागा।

तीन दिनों से हाथी रोज दस्तक दे रहा हे गाँव मे ग्राम प्रधान अंबा इकरार अहमद ने बताया की बीती रात हाथी ने गांव बने 21 घरों को तहस-नहस कर दिया उससे पहले लगातार दो दिनों में 11 घरों को भी तहस-नहस कर चुका है जिसकी सूचना प्रधान ने तहसील प्रशासन को दी है।

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