राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के झुग्गीवासियों से किए वादों पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि प्रचार की भूख के चलते उन्होंने गरीबों को फ्लैट नहीं बांटे और आज ये फ्लैट खंडहर हो गये हैं।
स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर खंडहर हो रहे फ्लैट्स का वीडियो साझा कर कहा है कि केंद्र सरकार की स्कीम के तहत 2007 से 2012 तक 52 हजार फ्लैट गरीब लोगों झुग्गी वालो के लिए बन कर के तैयार किए गए थे। दस साल से इनमें से केवल चार हजार फ्लैट गरीबों को आवंटित किए गए। वहीं 48 हजार फ्लैटों का आवंटन गरीबों को नही किया गया। इसके पीछे कारण यह था कि केंद्र सरकार की वाहवाही न हो जाए। इन मकानों को केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार ने मिलकर के बनाया है लेकिन अरविंद केजरीवाल इसको अपने नाम से प्रचार करना चाहते है। इस स्कीम में 11 सौ करोड़ रुपये केंद्र सरकार के लगने थे, 990 करोड़ रुपये दिल्ली सरकार के लगने थे और तीन सौ करोड़ लभार्थियों के लगने थे। लेकिन फिर भी केजरीवाल ने गरीबों के लिए काम नही किया।
स्वाति मालीवाल ने कहा कि केजरीवाल चाहते थे इस स्कीम का प्रचार उनके नाम से हो और योजना को “मुख्यमंत्री आवास योजना” नाम देकर फ्लैट बांटे जाएं। सरकार के हजारों करोड़ रुपये बर्बाद हुए। झुग्गी वालों को उनके हक के घर नहीं मिले। आज झुग्गी वाले नर्क की जिंदगी जी रहे हैं। दिल्ली के लोग सड़क-नाली-सीवर-गंदे पानी की मुश्किलों के बीच जिंदगी काट रहे है। ये केजरीवाल की गरीब विरोधी मानसिकता नहीं तो और क्या है?