ममता कुलकर्णी हाल ही में फिर से सुर्खियों में आ गईं, और इस बार उनकी चर्चा कई वजहों से हुई। सबसे पहले तो उनकी नियुक्ति किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के रूप में हुई थी, लेकिन बाद में आंतरिक विवादों के कारण उन्हें इस पद से हटा दिया गया। अब ममता ने इस मामले पर खुलकर अपनी बात रखी है और साथ ही, उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव और बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर भी अपनी राय दी है। ममता ने इस इंटरव्यू में कई पहलुओं पर बात की, जैसे फिल्म इंडस्ट्री में वापस लौटने का सवाल और आध्यात्मिक जीवन से जुड़ी कुछ विवादित चर्चाओं पर उनका दृष्टिकोण।
बाबा रामदेव और पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर ममता की प्रतिक्रिया
ममता कुलकर्णी ने इंडिया टीवी के शो ‘आप की अदालत’ पर दिए गए अपने इंटरव्यू में बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री पर अपनी राय दी। जब उनसे बाबा रामदेव के बयान के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “आजकल किसी को भी पकड़कर महामंडलेश्वर बना दिया जाता है,” ममता ने बाबा रामदेव के इस बयान पर चुटकी लेते हुए कहा, “अब मैं क्या बोलूं बाबा रामदेव को। उन्हें महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए। मैं उन्हें उनके ऊपर छोड़ती हूं।” इस बयान के जरिए ममता ने न केवल बाबा रामदेव की टिप्पणी का जवाब दिया, बल्कि यह भी जाहिर किया कि वह किसी तरह के विवाद से परहेज नहीं करतीं।
जब ममता से पूछा गया कि धीरेंद्र शास्त्री ने महामंडलेश्वर बनने के लिए 50-50 साल की तपस्या की आवश्यकता पर टिप्पणी की थी, और सवाल उठाया था कि “अब तक वह महामंडलेश्वर क्यों नहीं बन पाए, जबकि ममता कुलकर्णी कैसे बन गईं,” तो ममता ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “वो नैपी (भोला) धीरेंद्र शास्त्री हैं। जितनी उनकी उम्र है, उतनी मैंने तपस्या की है। जिनको उन्होंने सिद्ध करके रखा है, वे हैं हनुमान जी। इस 23 साल की तपस्या में 2 बार प्रत्यक्ष रूप में मेरा उनके साथ रहना हो गया।” ममता ने आगे कहा, “उनके गुरु रामभद्राचार्य हैं, मैं उनसे यह कहती हूं कि वह अपने गुरु से पूछें कि मैं कौन हूं, और फिर चुपचाप बैठ जाएं।”
इस बयान से ममता ने न केवल अपने आध्यात्मिक ज्ञान का परचम लहराया, बल्कि यह भी दिखाया कि उन्होंने काफी समय और प्रयास से आध्यात्मिक जीवन को अपनाया है, और इसलिए वह किसी भी आलोचना से नहीं घबरातीं।
10 करोड़ रुपये के आरोप और टॉपलेस फोटोशूट पर ममता का बयान
ममता कुलकर्णी पर यह आरोप भी लगे थे कि उन्होंने महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये दिए थे, साथ ही एक टॉपलेस फोटोशूट को लेकर भी उनकी आलोचना की गई थी। इन दोनों मामलों पर ममता ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और किसी भी आरोप से घबराने की बजाय, उन्होंने हमेशा अपनी बात रखी है। ममता का मानना था कि आध्यात्मिक जीवन में शुद्धता और ज्ञान होना चाहिए, और किसी भी तरह के भ्रामक आरोपों से प्रभावित होने की बजाय, उन्हें शांतिपूर्वक अपने मार्ग पर चलना चाहिए।
फिल्म इंडस्ट्री में वापसी पर ममता का रुख
ममता कुलकर्णी से जब पूछा गया कि क्या वह फिल्म इंडस्ट्री में वापस लौटेंगी, तो उन्होंने इसका साफ और सटीक जवाब दिया। ममता ने कहा, “जैसे दूध घी में बदल जाता है, तो उसे वापस घी से दूध नहीं बना सकते। वैसे ही मैं वापस फिल्म इंडस्ट्री में नहीं आ सकती।” ममता ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग फिल्में छोड़ने के बाद फिर से लौट आते हैं, वे शायद ब्रम्हविद्या का ज्ञान नहीं रखते, क्योंकि जो व्यक्ति वास्तविक ज्ञान प्राप्त करता है, वह कभी ऐसा नहीं कर सकता। यह बयान ममता की आध्यात्मिकता को लेकर उनके मजबूत विचारों का प्रतीक था।
करन-अर्जुन के डांस सीक्वेंस में सलमान और शाहरुख के साथ मजेदार अनुभव
ममता कुलकर्णी ने अपने फिल्मी करियर से जुड़ा एक मजेदार किस्सा भी साझा किया। उन्होंने 1995 की फिल्म ‘करन-अर्जुन’ के डांस सीक्वेंस के बारे में बताया, जिसमें वह सलमान खान और शाहरुख खान के साथ थीं। ममता ने बताया कि डांस मास्टर ने उन्हें अकेले परफॉर्म करने को कहा था, और उन्होंने एक ही टेक में सीक्वेंस पूरा किया। इसके बाद वह देख रही थीं कि सलमान और शाहरुख झाड़ियों के पीछे छिपकर हंस रहे थे। अगले शॉट में, उन्हें घुटनों के बल चलना था, और 5,000 लोगों की भीड़ के सामने 25 रीटेक हुए। इस दौरान सलमान और शाहरुख ने ममता के साथ काफी शरारत की थी।
जब ममता से पूछा गया कि सलमान और शाहरुख में से कौन ज्यादा शरारती है, तो उन्होंने सलमान का नाम लिया और कहा, “सलमान ज्यादा शरारती हैं।” इस बयान से यह भी जाहिर हुआ कि ममता के और सलमान, शाहरुख के बीच अच्छे रिश्ते थे और उन्होंने सेट पर बहुत अच्छे वक्त बिताए थे।