मिठौरा ब्लॉक के ग्राम सभा टिकर में चल रहे आरसीसी निर्माण कार्य और नाली रिपेयर कार्य पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कार्य राज्य वित्त या 15वें वित्तीय से कराया जा रहा है, लेकिन निर्माण में ग्राम प्रधान के भट्ठे से थर्ड क्वालिटी के ईट और राविश का प्रयोग किया जा रहा है। विशेष रूप से, सीसी रोड निर्माण में सिल्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो मानकों के खिलाफ है, क्योंकि आरसीसी में सिल्ट का प्रयोग नहीं किया जाता है।
इस निर्माण कार्य का जीता जागता उदाहरण ग्राम सभा में तीन महीने पहले बने सीसी रोड (टीकर) है, जो जल्द ही टूटने लगा है। निचलौल मार्ग से अलाउद्दीन के घर तक बने सीसी रोड में जगह-जगह पालीथीन और टूट-फूट दिखाई दे रही है, जिससे इसकी घटिया गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आरोप है कि ग्राम प्रधान के भट्टे से थर्ड क्वालिटी के ईट को फर्म होल्डर द्वारा प्रथम श्रेणी दिखा कर ग्राम प्रधान, सचिव और फर्म होल्डर के मिली भगत से पेमेंट कराया जा रहा है। इस संदर्भ में जब डीपीआरओ से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह जानकारी नहीं थी, लेकिन अब जांच कराई जाएगी।
अब यह देखना होगा कि इस भ्रष्टाचार के मामले में ब्लॉक के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ किस प्रकार की कार्यवाही की जाती है।
मुख्य बिंदु:
- थर्ड क्वालिटी के ईट और सिल्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- निर्माण मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है।
- सीसी रोड जल्द ही टूटने लगा, गुणवत्ता पर सवाल।
- ग्राम प्रधान, सचिव और फर्म होल्डर के मिली भगत से पेमेंट की बात।
- डीपीआरओ ने मामले की जांच की बात कही।
इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।