मर्डर केस को आत्महत्या घोषित करने का आरोप, पीड़ित परिवार को नहीं मिल रहा न्याय

  • मर्डर केस को आत्महत्या घोषित करने का आरोप, पीड़ित परिवार को नहीं मिल रहा न्याय
  • पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए एंटी करप्शन क्राइम ऑफ इंडिया के तहत होगा धरना प्रदर्शन – दीनदयाल गुप्ता

केराकत थाना क्षेत्र के ओरी नरहन गांव में 20 वर्षीय युवक, राहुल यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक राहुल यादव 15 दिन पहले ही बाहर काम करने के बाद अपने घर लौटा था। 16 दिसंबर 2024 को वह रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया और 17 दिसंबर 2024 को उसकी लाश ओरी नरहन रेलवे स्टेशन के पास 12 मीटर नीचे पाई गई।

परिवार का आरोप है कि पुलिस ने बिना उचित जांच-पड़ताल किए इसे आत्महत्या करार दे दिया, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर कई चोटों के निशान पाए गए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि यह हत्या का मामला हो सकता है। शव की स्थिति भी संदेहास्पद थी, क्योंकि यदि किसी व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत होती तो शरीर के कई अंग कटे हुए होते, लेकिन राहुल का शरीर पूरी तरह intact था और रेलवे ट्रैक से नीचे गिरा मिला। इसके अलावा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी यह साबित किया कि शरीर पर गहरे चोट के निशान थे, जो हत्या के इशारे हैं।

परिवार का आरोप है कि पुलिस ने न तो अपराध स्थल का सही से निरीक्षण किया और न ही किसी संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की। जब परिवार ने न्याय के लिए थाना केराकत में संपर्क किया, तो पुलिस ने न केवल उनकी बातों को नजरअंदाज किया, बल्कि उन्हें गाली-गलौज कर भगा दिया। परिवार ने फिर एंटी करप्शन क्राइम ऑफ इंडिया संस्था से मदद की गुहार लगाई, और संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनदयाल गुप्ता ने पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए शिकायत पत्र भेजा।

इस पर पुलिस ने पीड़ित परिवार को बुलाकर धमकाया और कहा कि यदि वे एंटी करप्शन क्राइम ऑफ इंडिया के कार्यालय में शिकायत लेकर जाएंगे, तो उनकी शिकायत दर्ज नहीं की जाएगी।

संस्था ने दी धरना-प्रदर्शन की चेतावनी

एंटी करप्शन क्राइम ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनदयाल गुप्ता ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 10 दिनों के भीतर इस केस की निष्पक्ष जांच नहीं की जाती और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, तो संस्था पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेगी। गुप्ता ने कहा कि अगर पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करती, तो वे पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।

परिवार का दर्द: न्याय की मांग

राहुल यादव के पिता और भाई का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे को खो दिया, लेकिन पुलिस उन्हें न्याय दिलाने के बजाय धमका रही है। उनका कहना है कि वे बार-बार पुलिस से उचित जांच की मांग कर चुके हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। अब वे न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।

क्या पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी?

यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगी, या इसे दबा दिया जाएगा? अगर पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं करती है, तो यह मामला उच्च स्तर पर उठाया जा सकता है और आंदोलन की जरूरत भी हो सकती है।

परिवार और संस्था की मांगें:

  1. इस केस की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
  2. जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो।
  3. मृतक के परिवार को न्याय दिलाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।

यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह मामला और गंभीर रूप ले सकता है।

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