मल्लिकार्जुन खड़गे : देश महंगाई-बेरोजगारी से जूझ रहा है, मोदी सरकार झूठी तारीफ बटोरने पर उतारू

नई दिल्ली , कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है – नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास से 54.18 लाख करोड़ का इनकम टैक्स वसूला है, और अब वह 12 लाख तक का जो एक्जंप्शन दे रहें हैं, उसके हिसाब से वित्त मंत्री खुद कह रहीं हैं कि साल में 80,000 की बचत होगी। यानि हर महीने मात्र 6,666 की । पूरा देश महंगाई और बेरोज़गारी की समस्या से जूझ रहा है, पर मोदी सरकार झूठी तारीफ़े बटोरने पर उतारू है।

इस ‘घोषणावीर’ बजट में अपनी खामियां छिपाने के लिए मेक इन इंडिया को नेशनल मैन्यूफैक्चरिंग मिशन बना दिया गया है। बाकी सारी घोषणाएं लगभग ऐसी हैं।

उन्होंने कहा..बजट में युवाओं के लिए कुछ नहीं है। मोदी जी ने कल वादा किया था कि इस बजट में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए वो बड़ा कदम उठाएंगे, पर बजट में कुछ ऐसा नहीं निकला।
किसानों की आय दोगुना करने के लिए कोई रोडमैप नहीं है। खेती के सामान पर GST दर में कोई रियायत नहीं दिया गया। दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, गरीब और अल्पसंख्यक बच्चों के स्वास्थ, शिक्षा, स्कॉलरशिप की कोई योजना नहीं ।

प्राइवेट इनवेस्टमेंट कैसे बढ़ाना है, उसके लिए कोई रिफार्म का कदम नहीं है। एक्सपोर्ट व टैरिफ पर दो चार सतही बातें कहकर अपनी विफलताओं को छिपाया गया है। गरीब की आय को बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया गया है। लगातार गिरते कंजप्शन पर एक भी कदम नहीं उठाया गया है।
असमान छूती महंगाई कि बावजूद मनरेगा का बजट वही का वही है। श्रमिकों को आय बढ़ाने के लिये कुछ नहीं किया गया।

जीएसटी के मल्टीपल रेट्स में कोई सुधार की बात नहीं की गई है। बेरोज़गारी को कम करने के लिए, नौकरियां बढ़ाने की कोई बात नहीं की गई। स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, स्किल इंडिया आदि सभी योजनाएं बस घोषणाएं साबित हुईं। कुल मिलाकर ये बजट 2025 मोदी सरकार द्वारा लोगों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है।

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