भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 के चौथे मैच में हर्षित राणा का डेब्यू से हर कोई हैरान रह गया। मैच के बीच में हर्षित राणा को कन्कशन रिप्लेसमेंट के रूप में भारतीय टीम में शामिल किया गया। क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार देखा गया जब किसी खिलाड़ी को कन्कशन रिप्लेसमेंट के जरिए मैच में शामिल किया गया। हर्षित राणा ने डेब्यू से टीम इंडिया को फायदा मिला और 15 रनों से इंग्लैंड को हरा दिया। अपने पहले ही डेब्यू में हर्षित राणा मैच के हीरो बन गए और क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।
बता दें कि भारत बनाम इंग्लैंड के टी20 के चौथे मैच में कन्कशन रिप्लेसमेंट के नियम को लागू करने से विवाद ख़ड़ा हो गया है। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने इस पर सवाल उठाया और कहा कि हर्षित राणा का टीम में आना भारत के लिए अतिरिक्त फायदा साबित हो सकता है, खासकर यह देखते हुए कि यह कन्कशन रिप्लेसमेंट सामान्य प्रतिस्थापन से अलग था। बटलर ने यह भी कहा कि अंपायरों ने इसे मैच रेफरी के निर्णय के रूप में लिया, और इंग्लैंड को इस पर कोई राय देने का मौका नहीं मिला।
क्या है कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम?
आईए जानते हैं कि आखिर कन्कशन रिप्लेसमेंट नियम क्या है, जिसके तहत किसी खिलाड़ी को मैच के बीच में शामिल किया जा सकता है।
आईसीसी के नियमों के मुताबिक, कन्कशन सब्स्टीट्यूट को मैच रेफरी की मंजूरी जरूरी होती है और आमतौर पर यह समान कौशल वाला खिलाड़ी होना चाहिए, जिससे टीम को कोई अतिरिक्त लाभ न मिले। हालांकि, अंतिम निर्णय मैच रेफरी का ही होता है।
शिवम दुबे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जबकि हर्षित राणा दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। गेंदबाजी की बात करें तो दोनों दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं। लेकिन इंग्लैंड की टीम को लगता है कि हर्षित राणा की मौजूदगी से भारत को अतिरिक्त फायदा हुआ।
बटलर ने कहा, “हमें इस मामले पर स्पष्टता चाहिए। यह पूरी तरह से मैच हारने की वजह नहीं है, लेकिन हम इस पर जवाब मांगेंगे।”वह कन्कशन रिप्लेसमेंट हैं। यह स्पष्ट रूप से एक जैसा प्रतिस्थापन नहीं था। अंपायरों ने कहा कि यह निर्णय मैच रेफरी ने लिया है, इसलिए हमें इसमें कोई राय देने का मौका नहीं मिला।”
अब दोनों टीमें रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पांचवें और अंतिम टी20 मुकाबले मेंआमने-सामने होंगी।