
- बड़े स्तर पर हो रहे धर्मांतरण को रोकने के लिए हिन्दू संगठन सक्रिय, 2 पादरी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए
- एकल फ्यूचर लीगल टीम की सशक्त पैरवी से धर्मांतरण करा रहे 2 पादरियों की जमानत याचिका खारिज।
लखीमपुर खीरी। नीमगांव क्षेत्र के अंतर्गत बेहजम में बड़े स्तर पर धर्मांतरण चल रहा था जिसकी जानकारी जब क्षेत्र के हिन्दू कार्यकर्ता अमन रस्तोगी व आदर्श को लगी तो वह अपनी टीम के साथ चंगाई सभा मे पहुँचे जहां भोलेभाले दलित समाज के लोगो द्वारा जादुई पानी जिससे सभी बीमारियां सही हो जाती है दिए जाने व 1 बोरी चावल प्रतिमाह देने की बात कह कर ईसाईं धर्म अपनाने को बोला जा रहा था।
यह जानकारी जब एकल फ्यूचर जिला अध्यक्ष सूर्यमणि मिश्रा को हुई तो उन्होंने तत्काल प्रशासन से बात कर मौके पर पहुँचे जहां बाबुराम के आवास पर जमा सैकड़ों की संख्या में दलित महिलाओं व पुरुषो को आर्थिक प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था।
शिकायतकर्ता अमन रस्तोगी का आरोप है कि वहां पहुँचने के बाद बाबूराम व प्रमोद बाल्मीकि के माथे से तिलक हटाने और अपने घर से देवी देवताओं की मूर्ति को हटाने की बात कह ईसाई मजहब अपनाने का दबाव डाल रहे थे वहां लोगो को 1 बोतल पानी, 1 बोरी चावल और तेल देकर धर्मान्तरित कराया जा रहा था तथा हमारे साथ भी ऐसी कोशिश की गई इसके बाद हमने पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने घटना की एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जिस पर एकल फ्यूचर जिलाध्यक्ष सूर्यमणि मिश्र व अधिवक्ता देवव्रत पांडेय की सशक्त पैरवी से आरोपी की जमानत याचिका निरस्त कर दी गई।
घटना का खुलासा करने वाले हिन्दू संगठन के पदाधिकारी सूर्यमणि मिश्र ने बताया कि “हमें लंबे समय से यहां धर्मांतरण की शिकायत आ रही थी। पता चला कि यहां गरीब लोगों को झांसा देकर ईसाई बनाया जा रहा था। सूचना मिलने पर अमन रस्तोगी, आदर्श मिश्र, कमल वर्मा, अमर सिंह समेत तमाम हिंदू कार्यकर्ताओं ने इस घटना का खुलासा किया और आरोपियों पर कार्यवाही करवाई।